हरिद्वार कुम्भ को सुरक्षित सम्पन्न कराना पुलिस की सबसे बड़ी चुनौती – त्रिवेंद्र

पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन में पहुंचे सीएम व आलाधिकारी

आई.आर.बी.-3 गैरसैंण में खोला जाएगा

नया पुलिस मुख्यालय बनाया जाएगा

प्रदेश की 05 जर्जर पुलिस लाईनों का किया जाएगा उच्चीकरण

एंटी ड्रग पॉलिसी की जाएगी तैयार

स्टूडेंट पुलिस कैडेट के लिए भी मिलेगी ड्रेस

आपातकालीन परिस्थितियों के लिए पुलिस को हैली सर्विस कराएगी जाएगी उपलब्ध

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मौजूदा समय में हरिद्वार महाकुंभ को सुरक्षित सम्पन्न कराना सबसे बड़ी चुनौती है। सोमवार को पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन में सीएम ने कहा कि इस मंथन के बाद उत्त्तराखण्ड पुलिस जनता की कसौटी पर खरा उतरेगी। बीते वर्षों में पुलिस विभाग की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां रही हैं और आने वाले वर्षों में भी इसी निष्ठा और ऊर्जा के साथ पुलिस की कार्य-प्रणाली में निरन्तर सुधार करते रहेंगे।

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घोषणा करते हुए कहा कि गैरसैंण में इंडियन रिजर्व बटालियन की  तीसरी यूनिट (IRB-III ) खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को मजबूती प्रदान करने के लिए इसका मॉर्डनाईजेशन अति आवश्यक है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 05 पुलिस लाईनों के उच्चीकरण किए जाने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एंटी ड्रग पॉलिसी लाए जाने की आवश्यकता है। ड्रग्स में अंकुश लगाते हुए जो क्षेत्र अभी इससे अछूते हैं, उन क्षेत्रों में इसे फैलने से रोकना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए जनजागरूकता आवश्यक है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घोषणा की कि गैरसैंण में इंडियन रिजर्व बटालियन की  तीसरी यूनिट (IRB-III ) खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को मजबूती प्रदान करने के लिए इसका मॉर्डनाईजेशन अति आवश्यक है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 05 पुलिस लाईनों के उच्चीकरण किए जाने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एंटी ड्रग पॉलिसी लाए जाने की आवश्यकता है। ड्रग्स में अंकुश लगाते हुए जो क्षेत्र अभी इससे अछूते हैं, उन क्षेत्रों में इसे फैलने से रोकना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए जनजागरूकता आवश्यक है। त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य गठन के बाद उत्तराखण्ड पुलिस की जनशक्ति व अन्य संसाधनों में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस विभाग की प्राथमिकताओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएगी। हरिद्वार के महाकुम्भ को सुरक्षित सम्पन्न कराना सबसे बड़ी चुनौती है।

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सीएम ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस इस चुनौती का सफलतापूर्वक निर्वहन करेगी। अच्छा कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत एवं किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर सम्बन्धित पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही किया जाना आवश्यक है, जिससे जनता के प्रति पुलिस की जवाबदेही एवं संवेदनशीलता बढ़े।

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सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश की सरकार और जनता को उत्तराखण्ड पुलिस से बहुत आशाएं हैं। अपने सकारात्मक कार्यों से प्रदेश की जनता में सुरक्षा की भावना पैदा कर उनका विश्वास जीतेगें।

इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने लगभग एक दर्जन मसलों पर सैद्धान्तिक सहमति दी।
1. प्रदेश की पांच जनपदों (पौड़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी, चमोली, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़) की पुलिस लाईनों के उच्चीकरण।
2. नशे के विरूद्ध Enforcement एवं Awareness की कार्यवाही को बढ़ाते हुए एंटी ड्रग्स पालिसी बनायी जाएगी।
3. पुलिस मुख्यालय हेतु नए भवन के निर्माण हेतु सहमति दी गयी ।
4. पुलिस की मोबिलिटी बढ़ाने एवं रिस्पांस टाइम अच्छा करने हेतु नए वाहन उपलब्ध कराये जायेंगे । 
5. आईआरबी की तीसरी बटालियन गैरसैंण में स्थापित की जाएगी।
6. जवानों को वर्दी के स्थान पर वर्दी भत्ता प्रदान किये जाने पर सहमति ।
7. स्टूडेंट्स पुलिस कैडेट स्कीम के अंतर्गत छात्रों को यूनिफार्म प्रदान की जाएगी ।
8. RWD को पुलिस के लिए नोडल निर्माण एजेंसी नियुक्त किया गया ।
9. अपराधियों की गिरफ्तारी एवं महत्वपूर्ण अभियोगों के अनावरण में पुरुस्कार राशि में बढ़ोत्तरी ।
10. पुलिस के लिए वार्षिक हैलीकॉपटर सेवा के घंटे तय किये जांएगे।
11. चार ट्रैफिक पुलिस लाईन (ऊधमसिहनगर-2, देहरादून-1, हरिद्वार-1) की स्थापना।
12. बालावाला, देहरादून में साईबर फोरेंसिक लैब की स्थापना पर सहमति ।
13. पीएसी के चुतर्थ श्रेणी कर्मियों को कांस्टेबल ट्रेड मैन पद पर परिवर्तित करने पर विचार किया जाएगा ।
14. पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों में अतिथि प्रशिक्षकों को ATI के अनुरूप मानदेय दिए जाने पर सहमति

बहुत कुछ हासिल करना बाकी-अशोक कुमार

इससे पूर्व, सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डेढ़ दिवसीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन (Police Officers Conference) की शुरूआत हुई। सम्मेलन में समस्त फील्ड अधिकारी (जनपद प्रभारी,सेनानायक, शाखा एवं इकाई प्रभारी) परिक्षेत्र प्रभारी, प्रधानाचार्य एटीसी /पीटीसी, एसटीएफ, जीआरपी, सीआईडी, अभिसूचना एवं पुलिस मुख्यालय के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मिलित हुए।

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सम्मेलन की शुरूआत करते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस ने इन 20 वर्षों में काफी कुछ हासिल किया है। इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हुआ है। संवेदनशील पुलिसिंग की ओर भी काफी काम हुआ है परंतु अभी भी हमें काफी कुछ हासिल करना बाकी है।समाज सुधार के क्षेत्र में ऑपरेशन मुक्ति जैसे प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप 717 भीख मांगने वाले बच्चों को विद्यालय में एडमिशन दिलाया गया है एवं उनकी निगरानी भी की जा रही है। भीख मांगने वाले बच्चों के माता-पिता को जागरूक करने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। क्राईम और क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एवं सिस्टम के क्रियान्वयन में उत्तराखण्ड का देश में 5वाँ और पर्वतीय राज्यों में प्रथम स्थान है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस को SMART (S-Sensitive & Strict, M-Modern with Mobility, A-Alert & Accountable, R- Reliable & Responsive, T-Trained & Techno-Savvy) Police बनाने ऑपरेशनल प्रशासनिक और मॉर्डनाइजेशन के स्तर को बढ़ाने के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया है।

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पुलिस उपमहानिरीक्षक श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने विस्तृत प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि ऑपरेशन स्माईल के तहत पिछले 05 साल में 2300 बिछड़े हुए बच्चों को उनके परिवारजनों से मिलाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश, सी.पी.यू. के गठन के लिए वर्ष 2017 में एवं ई-सुरक्षा चक्र के लिए वर्ष 2018 में पुरस्कार प्राप्त कर चुका है, इसके साथ ही विगत 03 वर्षों में प्रदेश के 03 थानों ने देश के टॉप-10 थानों में अपना स्थान बनाया है सम्मेलन के पूर्वाहन सत्र में समस्त फील्ड अधिकारियों ने अपना प्रस्तुतिकरण दिया। प्रस्तुतिकरण में किये जा रहे कार्यों उनमें आ रही चुनौतियां भविष्य की कार्ययोजना शासन एवं पुलिस मुख्यालय से आवश्यकता के सम्बन्ध में अपने विचार रखे।

अपराह्न सत्र में त्रिवेन्द्र सिंह रावत माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड ने सम्मेलन में प्रतिभाग किया। श्रीमती रिधिम अग्रवाल, पुलिस उपमहानिरीक्षक, पी/एम उत्तराखण्ड ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विगत वर्षों में उत्तराखण्ड पुलिस की उपलब्धियों, ड्रग्स एवं साईबर क्राईम के सम्बन्ध में किये जा रहे Enforcement और Awareness कार्यों एवं पुलिस के शासन स्तर के मुद्दों से माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया।

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इस अवसर पर  ओमप्रकाश, मुख्य सचिव,  नितेश झा, सचिव गृह, राधिका झा, सचिव, माननीय मुख्यमंत्री, सौजन्या सचिव, वित्त एवं निर्वाचन,  पराग धकाते, विशेष सचिव माननीय मुख्यमंत्री, पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, सीआईडी/पीएसी, अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम,  वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था,  संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, कुम्भ,  ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा, पूरन सिंह रावत, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण,  पुष्पक ज्योति, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय, सहित समस्त फील्ड अधिकारी (जनपद प्रभारी,सेनानायक, शाखा एवं इकाई प्रभारी) परिक्षेत्र प्रभारी, प्रधानाचार्य एटीसी /पीटीसी, एसटीएफ, जीआरपी, सीआईडी, अभिसूचना एवं पुलिस मुख्यालय के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

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