साढ़े तीन दशक के सेवा-अनुभवों से सिस्टम की कार्य-प्रणाली को उजागर किया
पुस्तक समीक्षा- श्रेय-प्रेय के प्रति तटस्थ: ‘खाकी में स्थितप्रज्ञ’ अविकल उत्तराखंड एक समीक्षक के तौर पर हमारी निजी मान्यता है कि ‘खाकी में स्थितप्रज्ञ’ को ‘भंवर एक प्रेम कहानी’ के … Continue reading साढ़े तीन दशक के सेवा-अनुभवों से सिस्टम की कार्य-प्रणाली को उजागर किया
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