एक्शन दर एक्शन- आयुर्वेद विवि के कुलपति की गुहार को अनसुना कर सरकार ने अंतिम बार प्रभारी कुलसचिव डॉ राजेश कुमार अदाना व पांच चिकित्सकों को मूल तैनाती में भेजने का फरमान जारी किया
आपके अपने न्यूज पोर्टल ‘अविकल उत्तराखण्ड” की खबर का असर
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून।बीते पांच दिन से उत्तराखण्ड आयुर्वेद विवि में प्रभारी कुलसचिव व अन्य चिकित्सकों के अटैचमेंटको लेकर जारी छिपन छपाई के खेल का पूरी तरह पटाक्षेप हो गया। विवि के कुलपति प्रो.सुनील जोशी के प्रभारी कुलसचिव डॉ राजेश कुमार अदाना समेत 5चिकित्सकों के अटैचमेंट को कुछसमय केलिए बरकरार रखने की आखिरी कोशिश पर धामी सरकार ने पानी फेर दिया।
शासन ने 27 दिसंबर के अपने पत्र में कुलपति को दो टूक शब्दों में कह दिया कि प्रभारी कुलसचिव डॉ राजेश अदाना 5 शेष 5 चिकित्सकों को तुरंत रिलीव किया जाय। इस पत्र के बाद आयुर्वेद विवि में हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि बीते 23 दिसम्बर को शासन ने आयुर्वेद विवि में प्रभारी कुलसचिव समेत 22चिकित्सकों का अटैचमेंट खत्म कर मूल तैनाती में भेजने के आदेश किये थे।
इस आदेश के बाद कुलपति प्रो सुनील जोशी ने 24दिसम्बर कप सीएम, विभागीय मंत्री व आयुष सचिव को भेजे पत्र में प्रभारी कुलसचिव व विवि के तीनों शैक्षणिक परिसर में तैनात 5 चिकित्सकों को रोके जाने की गुहार लगाई थी। जबकि नैनीताल हाईकोर्ट से पूर्व में भी प्रभारी कुलसचिव डॉ राजेश अदाना को हटाने के आदेश हो चुके हैं।
इस पत्र का संज्ञान लेने के बाद शासन ने 27 दिसंबर के अपने पत्र में कुलपति के अनुरोध को अस्वीकार करते हुए प्रभारी कुलसचिव समेत पांचों चिकित्सकों को मूल तैनाती स्थल में भेजने के आदेश कर दिए। यह पत्र उपसचिव गजेंद्र सिंह कफलिया की ओर से जारी किया गया-देखें मूल पत्र में क्या क्या लिखा है-
प्रेषक, संख्या- 2002 XL-1/2022-14/2022 गजेन्द्र सिंह कफलिया, उप सचिव, उत्तराखण्ड शासन। सेवा में, कुलपति, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय. हर्रावाला, देहरादून। आयुष एवं आयुष शिक्षा अनुभाग देहरादून: 27 दिसम्बर, 2022 विषय:- डॉ० राजेश कुमार अदाना, सम्बद्ध चिकित्साधिकारी को प्रभारी कुलसचिव के पद पर कार्य करने की अनुमति प्रदान करने विषयक। महोदय, उपरोक्त विषयक विश्वविद्यालय के पत्र संख्या-2827 / उ०आ०वि० / कुलपति / 2022-23 दिनांक 24.12.2022 का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें जिसके माध्यम से डॉ० राजेश कुमार सम्बद्ध चिकित्साधिकारी को प्रभारी कुलसचिव के पद पर कार्य करने की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध किया गया है। 2- विश्वविद्यालय के पत्र संख्या- 2827 दिनांक 24.12.2022 के सम्बन्ध में संज्ञानित कराना है कि कार्यालय ज्ञाप संख्या- 268 दिनांक 25.01.2022 के द्वारा डॉ० राजेश कुमार अदाना की उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के सापेक्ष की गयी सम्बद्धता समाप्त की जा चुकी है तथा मा० न्यायालय के आदेश दिनांक 15.12.2022 के समादर में शासन के कार्यालय ज्ञाप / नोटिस दिनांक 23.12.2022 के द्वारा उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सम्बद्ध समस्त राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को 24 घंटे के भीतर बिना किसी कार्यमुक्ति आदेश की प्रतीक्षा किये बिना उनकी मूल तैनाती स्थल कार्यभार ग्रहण करने हेतु निर्देशित किया गया है। शासन के आदेश दिनांक 23.122022 के अनुपालन में 19 चिकित्साधिकारियों द्वारा अपनी मूल तैनाती पर योगदान प्रस्तुत किया जा चुका है। 3- उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के प्रशासकीय कार्यों हेतु शासन के कार्यालय ज्ञाप दिनांक 24.01.2022 के द्वारा प्रभारी कुलसचिव के पद पर तैनात डॉ० अरूण कुमार त्रिपाठी तथा शासन के पदोन्नति आदेश संख्या-888 दिनांक 09.05.2022 के द्वारा नियुक्त नियमित उप कुलसचिव श्री संजीव कुमार पाण्डेय के रूप में विश्वविद्यालय के पास Working hands उपलब्ध है। 4- अतः उपरोक्त के क्रम में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि मा० न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के समादर में निर्गत शासन के आदेश दिनांक 23.12.2022 में दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए डॉ० राजेश कुमार अदाना को अपनी मूल तैनाती स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने हेतु तत्काल कार्यमुक्त करने का कष्ट करें।
प्रेषक, संख्या- 2660 XL – 1/2022-175/2010 T.C.-S गजेन्द्र सिंह कफलिया, उप सचिव उत्तराखण्ड शासन। सेवा में, कुलपति, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, हर्रावाला, देहरादून। आयुष एवं आयुष शिक्षा अनुभाग देहरादून: 27 दिसम्बर, 2022 विषय:- विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों की शैक्षणिक सत्र -2022-23 की सशर्त मान्यता प्राप्त होने के कारण 05 चिकित्साधिकारियों की सम्बद्धता यथावत रखे जाने विषयक। महोदय उपरोक्त विषयक विश्वविद्यालय के पत्र संख्या 2826 / उ०आ०वि० / कुलपति / 2022-23 दिनांक 24.12.2022 जो कि मा0 मुख्यमंत्री जी को सम्बोधित एवं सचिव, आयुष एवं आयुष शिक्षा को पृष्ठांकित है, जिसके माध्यम से विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों की मान्यता बनाये रखने हेतु 05 राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों की सम्बद्धता यथावत बनाये रखने का अनुरोध किया गया है, का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें। 2 विश्वविद्यालय के पत्र संख्या- 2626 दिनांक 24.12.2022 के क्रम में अवगत कराना है कि उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिनियमावली-2015 के परिनियम -36 (1) में किये गये प्राविधानानुसार शैक्षणिक संवर्ग के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती / पदोन्नति द्वारा नियुक्ति / तैनाती किये जाने की व्यवस्था की गयी है। शासन द्वारा वर्ष 2017-18 में ही विश्वविद्यालय को परिनियमावली के परिनियम – 36 (1) में की गयी व्यवस्थानुसार शैक्षणिक संवर्ग के पदों को भरे जाने हेतु अनुमति प्रदान कर दी गयी थी, जिसके क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा तत्समय शिक्षक संवर्ग के रिक्त अधिकांश पदों पर नियमित नियुक्तियों कर ली गयी थी। 3- पूर्व में निर्गत अनुमति के क्रम में शिक्षक संवर्ग में अधिकांश पदों पर नियमित नियुक्ति के उपरान्त तत्समय रिक्त रह गये अवशेष पदों को भरे जाने हेतु विश्वविद्यालय के पत्र संख्या- 1385 / उ०आ०वि० / 2022-23 दिनांक 25.082022 (प्रति संलग्न) के द्वारा उक्त रिक्त पदों को संविदा / वाक इन इन्टरव्यू के माध्यम से भरे जाने हेतु चाही गयी अनुमति के क्रम शासन के पत्र संख्या 2549/XL-1/2022-61/2022 दिनांक 02.122022 (प्रति संलग्न) द्वारा उक्त पदों को भरे जाने की अनुमति प्रदान की जा चुकी है। जिस हेतु दिनांक 28.12.2022 एवं 29,12:2022 को साक्षात्कार प्रक्रिया आयोजित की गयी है। साक्षात्कार प्रक्रिया में परिनियमावली 2015 के परिनियम 36(1) में की गयी व्यवस्थानुसार चयन समिति में शासन स्तर से एक सदस्य नामित किये जाने हेतु विश्वविद्यालय के पत्र संख्या-2767/ आ०वि० / भर्ती /2022-23 दिनांक 21.12.2022 (प्रति संलग्न) के द्वारा किये गये अनुरोध के क्रम में शासन के कार्यालय झाप संख्या-2857 / XL-
1/2022-61/2022 दिनांक 22.12.2022 (प्रति संलग्न) के द्वारा शासन की ओर से प्रतिनिधि नामित कर दिया गया है। 4- अतः उपरोक्त के क्रम में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि मा० न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के समादर में निर्गत शासन के आदेश दिनांक 23.12.2022 में दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए अवशेष 05 चिकित्साधिकारियों को अपनी मूल तैनाती स्थान पर कार्यभार ग्रहण करने हेतु तत्काल कार्यमुक्त करने का कष्ट करें।
Pls clik आयुर्वेद विवि से जुड़ी खबर
आयुर्वेद विवि सम्बद्धता मामला-प्रभारी कुलसचिव को बनाये रखने के लिए कुलपति ने सीएम को भेजी पाती
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245