आर्य प्रतिनिधिसभा, विवि की गुणवत्ता में कमी समेत कई मुद्दे उठाए,कहा मेरे प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया
भ्रष्ट व असक्षम कुलपति के कार्यकाल में विश्वविद्यालय की गुणवत्ता NEEC द्वारा ग्रेड A से B कर दी गयी
प्रतिष्ठित गुरुकुल कांगड़ी विवि में शीर्ष स्तर पर खींचतान
अविकल उत्तराखण्ड
हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विवि के कुलाधिपति पद से हटाए गए डॉ सत्यपाल सिंह का कहना है कि वे तीनों सभाओं के वर्तमान प्रतिनिधियों के स्वार्थी दृष्टिकोण और सिद्धान्तविहीन कार्यवाहियों से व्यथित होकर दो दिन पहले ही अपना त्यागपत्र गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पद से दे दिया था।
दिल्ली,पंजाब व हरियाणा आर्य सभा के प्रधान को भेजे पत्र में डॉ सत्यपाल सिंह ने कई विवि की गुणवत्ता, भ्र्ष्टाचार, अक्षम कुलपति रूप किशोर को हटाने व विवि की करोड़ों रुपए की संपत्ति व कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था समेत कई मुद्दे उठाए।
पत्र में लिखा कि,वगुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री रूप किशोर शास्त्री के ख़िलाफ़ शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं मुख्य सतर्कता आयुक्त के द्वारा की गयी विभिन्न जाँचो में दोषी मानते हुए उन्हें उनके पद से मुक्त करने के आदेश मुझे प्राप्त हुए थे जिनके संदर्भ में उचित कार्यवाही करते हुए श्री रूप किशोर शास्त्री को उनके पद से हटाया गया है।
इस पूरे प्रकरण में एक भ्रष्ट ओर असक्षम कुलपति जिनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय की गुणवत्ता NEEC द्वारा ग्रेड A से B कर दिया गया।
डॉ सत्यपाल सिंह ने पत्र के साथ अपना त्यागपत्र भी भेजा।


आपका आज 1 जनवरी, 2023 का पत्र अभी कोलकाता से लौटने के बाद रात्रि को प्राप्त हुआ है । तीनों सभाओं के वर्तमान प्रतिनिधियों के स्वार्थी दृष्टिकोण और सिद्धान्तविहीन कार्यवाहियों से व्यथित होकर मैंने दो दिन पहले ही अपना त्यागपत्र गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पद से दे दिया था, शायद छुट्टी होने के कारण आपको मिल नहीं पाया होगा। इसलिए इस पत्र के साथ उसे भी संलग्न कर भेज रहा हूँ।

कुलाधिपति
गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय). हरिद्वार
CHANCELLOR
Gurukula Kangri (Deemed to be University), Haridwar सं. 75/2022-23/1246 30 दिसम्बर, 2022
प्रधान आर्य प्रतिनिधि सभा
हरियाणा, पंजाब, दिल्ली
प्रिय महोदय,
द्यालय
गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री रूप किशोर शास्त्री के ख़िलाफ़ शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं मुख्य सतर्कता आयुक्त के द्वारा की गयी विभिन्न जाँचो में दोषी मानते हुए उन्हें उनके पद से मुक्त करने के आदेश मुझे प्राप्त हुए थे जिनके संदर्भ में उचित कार्यवाही करते हुए श्री रूप किशोर शास्त्री को उनके पद से हटाया गया है। सभी सम्बंधित को इस प्रकरण में मेरे द्वारा विभिन्न माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। इस पूरे प्रकरण में एक भ्रष्ट ओर असक्षम कुलपति जिनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय की गुणवत्ता NEEC द्वारा ग्रेड A से B कर दिया गया हो ऐसे व्यक्ति को बचाने के लिए सभाओं के कुछ वर्तमान प्रतिनिधियों द्वारा जिस प्रकार से मुझ पर दबाव बढ़ाया गया और मेरे प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया उससे यह स्पष्ट हो गया है कि वर्तमान सभाओं के प्रतिनिधियों सोच और कार्यवाही न आर्य समाज के मूल्यों के हितों में है और न ही विश्वविद्यालय में अनुशासन और शिक्षा की गुणवत्ता में।
मैंने यह स्पष्ट किया था कि मैं कोई भी काम न्याय और अपनी आत्मा के विरुद्ध नहीं कर सकता। मुझे यह अब पूर्णतया स्पष्ट है कि वर्तमान संस्थायें विश्वविद्यालय में सरकारी धन को अपने स्वयं के हित में खर्च करने एवं गुरुकुल की करोड़ों रुपये की अमूल्यवान संपती को एक कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था को कायम रख कुछ व्यक्ति विशेष के स्वार्थ पूर्ण उद्देश्यों के लिए खुर्दबुर्द करना चाहती है। और इसीलिए वे एक भ्रष्ट व्यक्ति को बचाने में पूरी ताकत लगा रही थी । प्रायोजक संस्थाओं के इस व्यवहार से मैं बहुत दुखी हूँ ओर मैंने जो कुलाधिपति का पद स्वर्गीय महाशय धर्मपाल जी के विशेष आग्रह और तीनो आर्य सभाओं की सर्वसम्मति से सम्भाला था उससे मैं अपना त्यागपत्र प्रेषित कर रहा हूँ। आप सभी का धन्यवाद एवं आगामी नव वर्ष की आप सभी को शुभकामनाएँ।
प्रतिलिपि: कुलसचिव गुरुकुल कांगड़ी, विश्विद्यालय
ww
30/12/22 (डॉ. सत्यपाल
Pls clik- कुलाधिपति को हटाया
आर्य प्रतिनिधि सभा ने गुरुकुल कांगड़ी के चांसलर डॉ सत्यपाल सिंह को हटाया

