हमारी गलतियों की वजह से जगतगुरु शंकराचार्य जी की तपस्थली संकट में .सरकार ने जनता की आवाज पर गौर नहीं किया.आपदा सचिव के देर से हुए जोशीमठ दौरे पर सवाल उठाए
मौन उपवास के जरिये पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्र व राज्य सरकार से त्वरित कारवाई की माँग की
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून । जोशीमठ के जारी भू धंसाव पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार की रात्रि कड़ाके की ठंड में गांधी पार्क में समर्थकों समेत मौन उपवास पर बैठे। मौन उपवास से पूर्व हरीश रावत ने कहा कि बीते एक साल से जोशीमठ की जनता इस मुद्दे पर संघर्ष कर रही है। लोगों का जीवन खतरे में है। और सरकार सिर्फ औपचारिकता कर रही है।
गांधी पार्क में रात 8 बजे से 9 बजे तक मौन उपवास पर बैठे। उन्होंने कहा कि जोशीमठ के भू धसाँव के लिए केंद्र व राज्य सरकार से त्वरित कारवाई की माँग की। और कहा कि वहाँ की जनता के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए वे मौन उपवास /ध्यान लगाने के लिये बैठे ।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ हमारी सभ्यता का केंद्र है, जहां जगतगुरु शंकराचार्य जी ने तपस्या की थी, आज वह देवभूमि हमारी गलतियों और लापरवाहियों के कारण संकट में है, लोगों के घर धंस रहे हैं, जीवन खतरे में है, कब कहां धंसाव पैदा हो जाए किसी को कुछ अनुमान नहीं है। एक बहुत बड़ी चुनौतीपूर्ण समस्या जोशीमठ को बचाने की, हुक्मरां देहरादून में भी और दिल्ली में भी शायद अनहोनी की प्रतीक्षा कर रहे हैं! जहां सारे एक्सपर्ट भेज कर व अध्ययन कर संकट की स्थिति में बचाव के सब उपाय यथा स्थिति किए जाने चाहिए थे, वहां केवल औपचारिकताएं हो रही हैं।
जोशीमठ में कुछ भाई-बहन बाहर ठंड में भी अपने सामान्य वस्त्रों के साथ टिन के बरामदों में सो रहे हैं। उनके साथ अपनी भावनात्मक एकात्मकता जाहिर करने के लिए ही आज मैं गांधी पार्क देहरादून में 1 घंटा मैं मौन ध्यान लगा रहा हूँ सामान्य वस्त्रों में गांधी पार्क में बैठ कर भगवान से प्रार्थना करूंगा कि देहरादून से दिल्ली तक लोग जोशीमठ बचाओ, हमारे संस्कृति के देवस्थल को बचाओ, के लिए भगवान बद्रीविशाल और केदारबाबा से प्रार्थना करने बैठा हूँ ।
पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से जोशीमठ की जनता इस भू धसांव पर आवाज उठा रही थी परंतु सरकार ने इस पर गौर करने की आवश्यकता नहीं समझी ।यहाँ तक कि आपदा सचिव भी अब सर्वेक्षण के लिए जा रहें है ।उन्होंने यह भी जोड़ा की क्या टनलों ही इस सभी का कारण है या कुछ और इस का भी पता चलना चाहिए ।

इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व विधायक मनोज रावत, पृथ्वीपाल चौहान, आचार्य नरेशानंद नौटियाल, महेंद्र नेगी गुरु जी, ओम प्रकाश सती बब्बन, सुशील राठी, श्याम सिंह चौहान, रितेश क्षेत्री, संजय थापा, वीरेंद्र पोखरियाल, कमल रावत, लखपत बुटोला, प्रकाश रावत, अमित रावत, मनीष नागपाल, मोहन काला, आयुष, मनमोहन शर्मा, मदन लाल, गुल मोहम्मद, सूरज क्षेत्री, मुकेश गैरोला, वीर सिंह, पीयूष जोशी, शकील मंसूरी आदि उपस्थित थे ।
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