लैंसडौन के भक्तदर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में केरल सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर प्रतियोगिताओं का किया गया आयोजन 

अविकल उत्तराखंड/देहरादून। भक्तदर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लैंसडौन जयहरीखाल में राजनीति विज्ञान व इतिहास विभाग द्वारा सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सन 1973 में दिए गए केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर भाषण व प्रश्नोतरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ वंदना ध्यानी बहुगुणा ने छात्र -छात्राओं को इस निर्णय द्वारा किस प्रकार मौलिक अधिकारों व नीतिदेशक तत्वों के बीच के संबंधो को स्पष्ट किया के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया, सहायक प्रोफ़ेसर डॉ अजय रावत ने संविधान की मूल संरचना को विस्तार से बताते हुए कहा कि यह निर्णय मौलिक अधिकारों व नीति निदेशक तत्वों के बीच की गहरी खाई को पाटने में मील का पत्थर साबित होगा।

सहायक प्रोफेसर डॉ अभिषेक कुकरेती ने संविधान निर्माण व भारत में संवैधानिक विकास पर छात्र -छात्राओं को विस्तार से समझाया, भाषण प्रतियोगिता में सिमरन बानो ने प्रथम, तनीषा ने द्वितीय व मिस्बा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि प्रश्नोतरी प्रतियोगिता में सिमरन बानो, निकिता, मानसी, दीपांजलि के समूह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, इस अवसर पर डॉ 0वंदना ध्यानी बहुगुणा, डॉ अजय रावत, डॉ अभिषेक कुकरेती, डॉ उमेश ध्यानी डॉ नीना शर्मा मौजूद थे कार्यक्रम का संचालन डॉ नीना शर्मा ने किया।

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