राज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में किया ध्वजारोहण
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश एवं प्रदेशवासियों को राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
राज्यपाल ने किया नंदा पत्रिका का विमोचन
अविकल उत्तराखण्ड/देहरादून। स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने 77 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश व प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके त्याग, बलिदान, शौर्य और संघर्ष के बल पर हमें आजादी प्राप्त हुई है। उन्होंने सीमा पर तैनात वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि उनके कारण ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।
राज्यपाल ने कहा कि भारत ने इन 76 वर्षों में सभी चुनौतियों का सामना मजबूती से किया है। भारत विश्व में पाचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और जल्द ही तीसरे पायदान में पहुंच जायेगा। भारत ने इंफास्ट्रक्चर, मैन्यूफेक्चरिंग और सप्लाई चेन, सैन्य तथा रक्षा विर्निर्माण के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। उन्होंने कहा कि भारत ने मिशन चंद्रयान 3 को सफलतापूर्वक लांच किया जो अंतरिक्ष के क्षेत्र में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अमृतकाल में हमें अपने लक्ष्य निर्धारित कर उस ओर अपनी पूर्ण क्षमता के साथ आगे बढ़ना होगा। राज्यपाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड प्रगति की ओर निरंतर अग्रसर है। उत्तराखण्ड सुगम रोड़ कनेक्टिविटि, विशाल रेल परियोजनाओं, हवाई कनेक्टिविटि और रोपवे कनेक्टिविटि के क्षेत्र में प्रगति कर तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
यहां चारधाम और कांवड़ यात्रा के सफल संचालन होने के साथ-साथ भविष्य में यात्रा को और सुगम और सुविधाजनक बनाने हेतु निरंतर कार्य गतिमान है। हमारे वीर जवानों की स्मृतियों को हमेशा जीवित रखने हेतु भव्य सैन्य धाम का निर्माण हो रहा है। विभिन्न रोजगार योजनाओं के जरिये उत्तराखण्ड में युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रोत्साहित करने का भी कार्य जारी है। राज्यपाल ने कहा कि आज प्रत्येक भारतीय को संकल्प लेना चाहिए कि हमें गुलामी की मानसिकता का त्याग करते हुए अपने आत्म मूल्य (सेल्फ वर्थ) को अवश्य पहचानना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर हमें भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का संकल्प लेना होगा जिसमें प्रत्येक भारतीय का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा।
वर्ष 2047 के विकसित राष्ट्र और विश्वगुरू भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए हर एक नागरिक को अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों को समझना होगा। राज्यपाल ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री ने भी 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है, इसमें प्रत्येक नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। उन्होंने कहा कि नई तकनीकों, एआई, स्पेस, साइबर, क्वांटम आदि के क्षेत्र में आने वाले समय में बहुत अधिक संभावनाएं हैं इस दिशा में हमें अपनी पहुंच को और मजबूत करने की जरूरत है। इस अवसर पर राज्यपाल ने राजभवन से प्रकाशित होने वाले त्रैमासिक पत्रिका ‘नंदा’ का विमोचन किया। राज्यपाल की प्रेरणा एवं उनके संरक्षण में राजभवन से प्रकाशित होने वाली नंदा पत्रिका के संयुक्तांक (माह जनवरी से जून, 2023) मानसखण्ड मंदिर माला पर केन्द्रित है।
इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, एडीसी अमित श्रीवास्तव, मेजर तरुण कुमार, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महावीर सिंह एवं डॉ. ए.के.सिंह सहित राजभवन में तैनात अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में ध्वजारोहण करते हुए सभी को 77 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्य सचिव ने कहा कि भारत की आजादी को 100 वर्ष पूर्ण होने तक अर्थात वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया है।
मुख्य सचिव ने कहा कि सचिवालय प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके लिए हम सभी को एक सॉल्यूशन फाइंडर की भूमिका निभानी होगी। जब भी कोई फाईल या प्रकरण ऐसा आता है जिसके कारण प्रदेश और प्रदेशवासियों के हित में कार्य में रूकावट आ रही है, ऐसे में हमें सॉल्यूशन फाइंडर की भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा कि सॉल्यूशन फाइंडर के साथ ही नवाचार को अपनाकर प्रदेश के विकास में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश और प्रदेश के नागरिकों से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए हमें हर सम्भव प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश हिमालयी क्षेत्र के सबसे अधिक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है। प्रदेशवासी प्राकृतिक आपदाओं से जूझते रहते हैं। इस दिशा में सबसे अधिक प्रयोग करने हेतु हिमालय हमारे पास है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन आदि के लिए प्रदेश में एक अलग इंस्टीट्यूट बनाया गया है। हमारी कोशिश है कि इसे इस गुणवत्ता का बनाया जाए कि सिर्फ भारत के अन्य राज्य ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के देश हमसे भूस्खलन का समाधान मांगने आएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए भारत के सभी प्रदेशों को विकसित होना होगा। इसके लिए हमें अपनी ताकत अपनी खूबियों को पहचानना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को प्रकृति ने बहुत से प्राकृतिक संसाधन उपहार स्वरूप दिए हैं। इसके कारण हमारा पर्यटन क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है। कुछ पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या इतनी अधिक होती जा रही है कि हमें पर्यटकों की संख्या सीमित करने पर भी विचार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दिल्ली देहरादून हाईवे और अन्य महत्वपूर्ण सड़कों के बन जाने से प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ जाएगी। यह प्रदेश के लिए एक और मौका होगा जब हम प्रदेश के अन्य खूबसूरत स्थलों को पहचान कर पर्यटन मानचित्र पर लाकर प्रदेश को विकसित करने में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, एल. फैनई एवं सभी सचिव, अपर सचिव अन्य वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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