ज्वालपा देवी मंदिर समिति का वार्षिक अधिवेशन कोटद्वार में सम्पन्न

मंदिर समिति के अधिकार क्षेत्र की भूमि के सीमांकन पर प्रशासन से सहयोग की अपील

संस्कृत महाविद्यालय के शत- प्रतिशत रिजल्ट पर खुशी जताई

हंस फाउंडेशन के सहयोग पर मंदिर समिति ने आभार जताया

अविकल उत्तराखंड

कोटद्वार। ज्वालपा देवी मंदिर समिति का वार्षिक अधिवेशन शुक्रवार को कोटद्वार में आयोजित किया गया।
बैठक के आरंभ में सभापति शिव दयाल बौंठियाल ने सभी सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि श्री ज्वालपा देवी मंदिर समिति को जिन लोगों ने लोक हित के लिए स्थापित किया, उन लोगों ने समिति के उद्देश्य स्पष्ट किये थे। हम उन उद्देश्यों को निष्ठापूर्वक प्राप्त करने के प्रयास करें। यह सेवा का मार्ग है। समिति के मुख्य सचिव रमेश थपलियाल ने कार्यवाही शुरू करते हुए विगत बैठक का कार्यवृत प्रस्तुत किया और समीक्षा के बाद समिति ने अनुमोदन किया। इसके बाद निर्धारित बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।

इनमें प्रमुख बिंदु थे- मंदिर समिति के अधिकार क्षेत्र में भूमि के सीमांकन प्रकरण पर जानकारी व प्रयास, विद्यार्थियों के लिए निशुल्क भोजन व्यवस्था की समीक्षा, समिति के आय व्यय पर यथा स्थिति वक्तव्य, श्री ज्वालपा धाम संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश लाल द्वारा विद्यालय पर वार्षिक विवरण तथा महाविद्यालय की गतिविधियों पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सौरभ कंडवाल द्वारा प्राचार्य द्वारा तैयार विवरण की प्रस्तुति शामिल थे।

सीमांकन पर सभी सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे। पार्थसारथि थपलियाल ने विस्तृत रूप से अब तक की गई कार्यवाही से सदस्यों को अवगत किया। जनार्दन प्रसाद ध्यानी कोषाध्यक्ष ने वित्तीय लेख जोखा प्रस्तुत किया। उप सचिव उमेश नौडियाल ने भोजन व्यवस्था और अध्यापकों के शिक्षण पर अपने विचार रखे।

सदस्यों ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अच्छे परीक्षा परिणाम लाने के लिए हर संभव प्रयास करने पर बल दिया। सदस्यों ने विद्यालय व महाविद्यालय द्वारा शिक्षणेत्तर गतिविधियों में विद्यालय /महाविद्यालय का गौरव बढ़ाने पर बधाई दी। महाविद्यालय के प्रथम सेमेस्टर में शत प्रतिशत परिणाम और एक विद्यार्थी द्वारा उच्चतम 87 प्रतिशत प्राप्त करने पर करतल ध्वनि से स्वागत किया। रमेश थपलियाल मुख्य सचिव ने भोजन व्यवस्था में हंस फाउंडेशन व माता मंगला के सहयोग पर आभार जताया।

विद्यालय प्रबंधक राजेश थपलियाल ने बताया कि वर्तमान में विद्यालय /महाविद्यालय में लगभग 70 विद्यार्थी संस्कृत शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इस समय भोजन के लिए और अधिक आर्थिक सहायता की आवश्यकता है।
बैठक में शैक्षिक गुणवत्ता बड़ा विषय रहा। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाचार्य को अधिकृत किया गया कि शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रयास करें। लगभग सवा दो घंटे चले अधिवेशन में कई अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिए गए।

पार्थसारथि थपलियाल ने आभार व्यक्त किया
इस आयोजन में मंदिर समिति के पदाधिकारी शिव दयाल बौंठियाल, रमेश थपलियाल, उमेश नौडियाल, पार्थसारथि थपलियाल, जनार्दन प्रसाद ध्यानी, राजेश थपलियाल, प्रवेश नवानी, प्रकाश थपलियाल, भुवन चंद्र थपलियाल, अवधेश चमोली पदेन सदस्य दिनेशलाल, प्रधानाचार्य डॉ. सौरभ कंडवाल और आमंत्रित सदस्य जगतराम जोशी मौजूद रहे।

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