विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाने की जरूरत-उपराष्ट्रपति

“यह धरा हमारी नहीं है हमें इसे आने वाली पीढ़ियों को सौंपना है – उपराष्ट्रपति”

जलवायु परिवर्तन का प्रभाव सभी पर पड़ेगा; यह कोविड चुनौती से कहीं अधिक गंभीर और भयंकर है – उपराष्ट्रपति

जलवायु परिवर्तन का समाधान एक देश नहीं ढूंढ सकता; सभी देशों का साथ आना आवश्यक – उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति ने दूरदर्शी पहल के रूप में राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन और अमृत सरोवर योजना की सराहना की

इस दशक के अंत तक भारत तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था होगा – उपराष्ट्रपति

गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्राएँ हमेशा मेरी स्मृतियों में रहेंगी- उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति ने वनों पर संयुक्त राष्ट्र फोरम – भारत द्वारा देश के नेतृत्व वाली पहल के समापन समारोह को संबोधित किया

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