पीएम मोदी ने कल्कि धाम का शिलान्यास किया
यूपी की धरती से भक्ति भाव और आध्यात्म की एक और धारा बहेगी
पीएम मोदी व महामंडलेश्वर आचार्य कैलाशानन्द की मंच पर आत्मीय मुलाकात
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मंदिर बन रहे हैं, तो कॉलेज भी बन रहे हैं, विदेशी निवेश भी आ रहा है , ये परिवर्तन प्रमाण है, समय का चक्र घूम चुका है
अविकल उत्तराखंड
सम्भल, मुरादाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान राम की तरह ही कल्कि अवतार भी हजारों वर्षों की रूपरेखा तय करेगा. हम ये कह सकते हैं कि कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रणेता भी हैं और प्रेरणास्रोत भी हैं. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि धाम देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। इस मौके पर सीएम योगी, महामंडलेश्वर आचार्य कैलाशानन्द जी, अवधेशानंद जी, आचार्य प्रमोद कृष्णन व संत महात्मा उपस्थित रहे। पीएम मोदी ने महामंडलेश्वर आचार्य कैलाशानन्द से मंच पर ही आत्मीयता से भेंट की। दोनों ने कल्कि धाम शिलान्यास की बधाई दी।
संभल के ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णन ने बताया कि नौ शिलाओं का विधिवत पूजन महाकाल उज्जैन से आए प्रकांड पंडितों के द्वारा किया गया। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभल में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया और मंदिर के मॉडल का अनावरण किया सभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आज यूपी की धरती से भक्ति भाव और आध्यात्म की एक और धारा प्रवाहित होने को लालायित है. अभी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 18 साल बाद ये मौका आया है. वैसे भी कई अच्छे काम हैं जो कुछ लोग मेरे लिए ही छोड़ गए हैं. आज का दिन बहुत प्रेरणादायक हो जाता है. ये प्रेरणा हमें छत्रपति शिवाजी महाराज से ही मिलती है।
पीएम ने कहा कि पिछले दिनों प्रमोद कृष्णन जब निमंत्रण देने आए थे उसके आधार पर कह रहा हूं, आज जितना आनंद उन्हें हो रहा है, उससे ज्यादा सुख उनकी मां की आत्मा को मिल रहा होगा. मां के वचन के लिए बेटा कैसे जीवन खपा सकते हैं, ये प्रमोद जी ने बता दिया है. मेरे पास देने के लिए कुछ नहीं है, मैं सिर्फ भावना व्यक्त कर सकता हूं. पीएम मोदी ने विपक्ष पर इशारों ही इशारों में हमला बोला.उन्होंने चंदे पर चुटकी लेते हुए कहा है कि आज जमाना ऐसा बदल गया है कि सुदामा अगर पोटली में चावल देते, वीडियो निकल जाती तो सुप्रीम कोर्ट में PIL दायर हो जाती कि भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने भगवान राम का जिक्र करते हुए कहा कि रामलला के विराजमान होने का अलौलिक अनुभव है, अभी भी क्षण भावुक कर जाता है. इसी बीच देश के सैकड़ों किमी दूर अबू धाबी में हिंदू पहले मंदिर के साक्षी बने हैं. कल्पना से परे काम हकीकत बन रहे हैं. काशी का कायाकल्प होते देख रहे हैं. इसी दौर में महाकाल के महालोक की महिमा देखी है. आज एक ओर तीर्थों का विकास हो रहा है, तो शहरों में इंफ्रा तैयार हो रहा है. मंदिर बन रहे हैं, तो कॉलेज भी बन रहे हैं, विदेशी निवेश भी आ रहा है .ये परिवर्तन प्रमाण है, समय का चक्र घूम चुका है।
कल्कि धाम देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक
पीएम मोदी कांग्रेस से निष्कासित नेता और कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम के न्योते पर संभल पहुंचे. कल्कि धाम में आज कई संत, धर्मगुरु और अन्य जाने-माने लोग शामिल हुए हैं. वहीं, उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर से जुड़े महात्मा वैदिक मंत्र के बीच पूजन का कार्यक्रम संपन्न कराया है. उन्होंने कहा कि यहां 10 गर्भ गृह होंगे, भगवान के दसों रूपों को रखा जाएगा. इश्वरीय अवतार को अलग-अलग तरह से प्रस्तुत किया गया है. ये इश्वर की कृपा है कि भगवान ने मुझे इस काम का माध्यम बनाया है. पीएम मोदी आचार्य कृष्णन के बुलावे पर आए। प्रमोद कृष्ण को हाल ही में कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों’ कर आरोप लगाकर छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। कार्यक्रम स्थल पर करीब 1500 सुरक्षा कर्मी ड्यूटी पर लगाए गए थे।
पूरी दुनिया में अनोखा मंदिर
कल्कि मंदिर विष्णु के 10वें और आखिरी अवतार कल्कि को समर्पित है। सनातन धर्म में मान्यता है कि कलयुग के अंत में विष्णु भगवान कल्कि प्रकट होंगे। इस लिहाज से यह मंदिर दुनिया भर में अनोखा है क्योंकि जिस अवतार के लिए मंदिर बन रहा है अभी वह प्रकट ही नहीं हुआ है।
अयोध्या के राम मंदिर वाला पत्थर लगेगा
इस मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे, इन दसों गर्भगृहों में अलग-अलग दस अवतार स्थापित होंगे। इस मंदिर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इस मंदिर का निर्माण उसी गुलाबी पत्थर से किया जा रहा है जो अयोध्या के राम मंदिर और सोमनाथ मंदिर में इस्तेमाल हुआ है। इस मंदिर में भी स्टील या लोहे का इस्तेमाल नहीं होगा। यह मंदिर 5 एकड़ में बनेगा। इसे बनने में 5 साल लगेंगे।
कल्कि भगवान का सफेद घोड़ा
बन रहे नवीन मंदिर के पास स्थित कल्कि पीठ में एक सफेद रंग के घोड़े की भी मूर्ति लगी है। हिंदू धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि कल्कि अवतार को भगवान शिव देवदत्त नाम का एक सफेद घोड़ा देंगे। इस सफेद घोड़े की मूर्ति के तीन पैर जमीन पर हैं और चौथा हवा में उठा है। लोगों का कहना है कि यह पैर धीरे-धीरे नीचे झुक रहा है। जिस दिन यह पूरा झुक जाएगा समझा जाएगा कि कल्कि का अवतार हो चुका है।
क्यों आ रहे हैं भगवान कल्कि?
सवाल उठता है कि आखिर कल्कि के रूप में भगवान विष्णु क्यों अवतार लेंगे। इस पर धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि जब कलियुग अपने चरम पर होगा। पाप और अन्याय बहुत अधिक बढ़ जाएंगे तब उनके नाश के लिए कल्कि अवतार लेंगे। इस मंदिर की स्थापना के बारे में आचार्य प्रमोद कृष्णन ने करीब 18 साल पहले संकल्प लिया था। उन्होंने कहा था कि जहां भगवान कल्कि अवतार लेंगे वहां कल्कि धाम मंदिर बनाया जाएगा।
ऐसे बनेगा कल्कि धाम
(साभार एजेंसी)
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