3981 बच्चों का स्कूलों में कराया गया दाखिला
देहरादून। बच्चों से करायी जा रही भिक्षावृत्ति, बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की रोकथाम और बच्चों को अपराध में शामिल होने से रोकने और उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस ने 1 मार्च से 31 मार्च तक “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान चलाया जिसके अन्तर्गत प्रदेश के सभी जनपदों और रेलवेज आदि स्थानों पर छापे मारे गए।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड के एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने भी “ऑपरेशन मुक्ति” चलाया और स्वयं सेवी संस्थाओं व रेलवेज में भी एक टीम का गठन किया गया।
इस दौरान जनपद के मुख्य-मुख्य स्थानों छापे मारे गए और भिक्षावृत्ति,कूड़ा बीनने, गुब्बारे बेचने आदि कार्यों में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर उनका विद्यालयों में दाखिला कराने के लिए भेजा गया।
इस दौरान टीम ने स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चौराहों, सिनेमाघरों, बस व रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों आदि स्थानों पर छापेमारी कर बच्चों को भिक्षा न दिये जाने के लिए अलग अलग माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया और छात्र-छात्राओं व जनता को भी जागरूक किया।
इस अभियान में भिक्षा मांगने, कूड़ाबीनने, गुब्बारे बेचने आदि कार्यों में लगे कुल 892 बच्चें पाए गए जिनमें से कुल 378 बच्चों का विद्यालयों में दाखिला कराया गया। शेष बचे हुए बच्चों के विद्यालयों में दाखिला कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है।
बता दें कि अभियान के दौरान बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने वाला कोई गैंग सामने नही आया साथ बालश्रम करते हुए 6 बच्चों को रेस्क्यू कर नियोजकों के खिलाफ एफआईआर और भिक्षावृत्ति करते पाये गये 8 व्यक्तियों के खिलाफ मामलें दर्ज कराए गए है।
3981 बच्चों को मिला स्कूलों जाने का अधिकार
बता दें कि वर्ष 2017 से अब तक 8562 बच्चों को मुक्त कराया गया है जिनमें से 3981 बच्चों को स्कूलों में दाखिला करा दिया गया है।
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