सीएम ने सचिव सुंदरम को उत्तरकाशी की जिम्मेदारी सौंपी
गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने प्रदर्शन किया
अविकल उत्तराखण्ड
उत्तरकाशी। चारों धामों में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़,जाम व प्रदर्शन को देखते हुए सीएम ने अपने सचिव मीनाक्षी सुंदरम को उत्तरकाशी कैम्प करने को कहा है।
इससे पूर्व, शासन व जिला स्तर पर तीन-तीन अधिकारियों को पहले ही चारधाम की व्यवस्था देखने के लिए विशेष तौर पर तैनात किया गया है।
मंगलवार को गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने तीर्थयात्रियों के धाम पर नहीं पहुंचने पर विरोध प्रदर्शन किया और कुछ देर के लिए बाजार भी बन्द कराया।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि गेट सिस्टम लागू करने व जाम लगने से धाम में श्रद्धालु नहीं पहुंच पा रहे हैं। जाम में कई घँटे फंस रहे तीर्थयात्री भी नाराजगी प्रकट कर रहे हैं।
दूसरी ओर,कांग्रेस ने चारधाम में जारी अव्यवस्था को देखते हुए शासन-प्रशासन को आड़े हाथ लिया है। नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि व्यवस्था धड़ाम हो गयी है।
उत्तरकाशी डीएम ने कहा, अधिकारी यात्रियों की परेशानी दूर करें
इधर, गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन जारी है। यमुनोत्री धाम में आज रिकॉर्ड संख्या में 15630 श्रद्धालुओं का आगमन हुआ जबकि गंगोत्री धाम में 11734 श्रद्धालु पहॅुचे। यात्रा मार्गों पर आज आवागमन सुचारू और सुव्यवस्थित रहा तथा गंगोत्री क्षेत्र में रोके गए सभी वाहनों की वापसी का क्रम जारी है।
गंगोत्री से वाहनों की वापसी के साथ ही आज निचले इलाकों में रोके गए वाहनों को भी धामों के लिए भेजा गया। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा रूट पर तैनात किए गए अधिकारियों को अपने सेक्टर में ही बने रहकर यात्रा को सुचारू व सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को हमेशा मोबाइल फोन खुले रख यात्रियों की सहायता की प्रत्येक कॉल पर तत्परता से कार्रवाई करने की हिदायत देते हुए कहा कि यात्रा मार्गों पर यात्रियों से अधिक कीमत वसूलने के मामलों पर भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाय।
प्रशासन के द्वारा रोके गए जरूरतमंद यात्रियों के लिए रामलीला मैदान उत्तरकाशी एवं पालीगाड में भंडारे की व्यवस्था भी शुरू की गई है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने मुख्य विकास अधिकारी जय किशन तथ अन्य अधिकारियों के साथ यात्रा नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण कर तीर्थयात्रियों की टेलीफोन कॉल एवं उनके निस्तारण के ब्यौरे की समीक्षा करने के साथ ही सीसीटीवी फीड के जरिए गंगोत्री व यमुनोत्री धाम तथा यात्रा मार्गों व पड़ावों की स्थिति की निगरानी कर वाहनों के आवागमन एवं यात्रियों की सहायता को लेकर यात्रा मार्गों पर तैनात अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने गंगोत्री मार्ग के सभी होल्ड एरिया व वाहनों के के दबाव से प्रभावित क्षेत्रों तक यात्रियों के लिए भोजन व पानी की आपूर्ति की व्यवस्था का भी अनुश्रवण किया। उन्होंने कहा कि रोके गए यात्रियों को पानी व भोजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। इस काम में जुटाए गए विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वयं सहायता समूहों व ग्रामीण आजीविका मिशन की महिला कार्यकर्ताओं को यात्रियों की सहायता के लिए निरंतर तत्पर रहकर काम करने की अपेक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जाम लगने की स्थिति में अगर किसी स्थान पर चार पहिया वाहन के जरिए पानी व भोजन की आपूर्ति करने में कठिनाई हो तो इस काम में दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल किया जाये। जरूरत पड़ने पर घोड़े-खच्चरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे क्षेत्रों में प्रशासन के द्वारा मेडिकल टीमों की तैनाती भी की गई है।
जिलाधिकारी ने बीआरओ तथा राजमार्ग डिवीजन सहित पुलिस व परिवहन विभाग को सड़क पर खराब होने वाले वाहनों को तत्काल हटाने के लिए क्रेन व टोईंग मशीनरी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देने के साथ ही धामों एवं प्रमुख पड़ावों में खाद्यान्न, कुकिंग गैस, डीजल-पेट्रोल आदि ईंधन सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक रखे जाने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सुरक्षित व व्यवस्थित यात्रा के लिए गंगोत्री रूट पर भी गेट सिस्टम लागू किया गया है, जिससे यात्रा करने में कुछ समय लग रहा है। यात्रियों की बड़ी तादात को देखते हुए वाहनों की आवाजाही को विनियमित कर जाम की समस्या से निपटने के लिए सभी पक्षों में हित में यह व्यवस्था किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सभी लोगों से इस व्यवस्था में सहयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि वाहनों का दबाव कम होते ही यातायात की समस्या नहीं रहेगी। जिलाधिकारी ने यात्रियों की भीड़ एवं वाहनों के दबाव का गलत फायदा उठाने वाले तत्वों को आगाह किया है कि यात्रियों से दुर्व्यवहार या अधिक कीमत वसूलने तथा भ्रामक सूचना फैलाने के मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने यात्रा रूट पर तैनात सभी अधिकारियों व संबंधित विभागों से वस्तुओं व सेवाओं की कीमतों पर निरंतर नजर रख कार्रवाई करने को कहा है।
मंगलवार सायं 7.00 बजे तक गंगोत्री धाम में 990 वाहनों के जरिए 11734 यात्री पहॅुचे तथा यमुनोत्री में 1262 वाहनों के माध्यम से 15630 यात्रियों का आगमन हुआ। गंगोत्री धाम में देर सायं तक यात्रियों के आवागमन एवं स्नान-पूजन का सिलसिला जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वाहनों के दबाव को देखते हुए गंगोत्री रूट पर गंगोत्री में 1000, नगुण में 50, धरासू में 25, गंगनानी में 200, सोनगाड में 300, लंका में 50 एवं हर्षिल में 150 के करीब वाहनों को रोके रखते हुए नियंत्रित रूप से अगले गंतव्य हेतु रवाना करवाया गया। इसी प्रकार यमुनोत्री मार्ग पर डामटा में 100, खरादी में 125, पालीगाड में 400, खरसाली व जानकीचट्टी में 300 और दोबाटा में 100 तथा शिवगुफा ब्रह्मखाल में 250 के करीब वाहनों को रोक कर नियंत्रित रूप से अगले गंतव्य हेतु रवाना करवाया गया।
गेट सिस्टम के चलते यमुनोत्री मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से सुव्यवस्थित व सुचारू रही है और गंगोत्री मार्ग पर रूक-रूक कर आवाजाही होती रही और देर सायं तक समूचे गंगोत्री मार्ग पर यातायात को सुचारू कर लिए जाने की सूचना है।
इस बीच यात्रा मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात टिहरी जिले के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने भी आज यहां पहॅूंचकर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
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