उत्तराखण्ड में दो नई टाउनशिप विकसित कर पुराने शहरों का स्वरूप निखारेंगे-सीएम

‘बातें कम और काम ज्यादा के भाव में है विश्वास’

युवाओं को साहित्य लोक विरासत से जोड़ने की जरूरत -सीएम

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जागरण संवादी कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संवादी कार्यक्रम में पधारे साहित्य, संगीत लोकसंस्कृति आदि विधाओं से जुड़े साहित्यकारों एवं अन्य बुद्धिजीवियों का स्वागत करते हुए उन्होंने इस कार्यक्रम को अभिव्यक्ति का उत्सव बताते हुए इसे युवाओं को साहित्य एवं लोक विरासत से जोड़ने वाला आयोजन बताया।

इस अवसर पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर बेबाकी से अपने विचार रखे। उन्होंने प्रदेश के युवाओं के सपनों को साकार करने के लिये की जा रही पहल, कानून व्यवस्था, पलायन पर्यटन एवं तीर्थाटन शहरों पर बढ़ते यातायात दबाव शहरों के नियोजित विकास, यातायात की सुगमता, देवभूमि का मूल स्वरूप बनाये रखने आदि के लिये किये जा रहे प्रयासों पर अपनी बात रखी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की विकास यात्रा हम सबकी सामूहिक यात्रा है। हम सबको इसमें सहयोगी बनना होगा। उत्तराखण्ड को अग्रणी एवं आदर्श राज्य बनाने में उन्होंने सभी से सकारात्मक सोच के साथ आगे आने की भी अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में पूरे देश में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। डबल इंजन की सरकार में देवभूमि उत्तराखण्ड में अनेक ऐसे कार्य हुए हैं जिनके बारे में पहले सोचा नहीं जा सकता था। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड से लोकसभा की पांचों सीटें जिताकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने में दिये गये योगदान के लिये प्रदेश की जनता का आभार भी व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश का युवा नये ज्ञान विज्ञान के साथ आगे बढ़ रहा है। युवा रोजगार व स्वरोजगार चाहता है। हमारा प्रयास सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर शत प्रतिशत नियुक्तियां करने का है। पिछले तीन साल में 14800 युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई हैं। प्रदेश में नकल विरोधी कानून लागू कर युवाओं की प्रतिभा का सम्मान किया गया है। पारदर्शी परीक्षा व्यवस्था से युवा एक साथ कई पदों के लिये पात्रता में आ रहे हैं। युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध हो, इसके वैश्विक निवेश सम्मेलन के माध्यम से 3.54 लाख करोड़ के एम.ओ.यू हस्ताक्षर हुए हैं। हजारों करोड़ के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन, स्वरोजगार योजना, होम स्टे आदि के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा हा रहा है। इससे पहाड़ों से होने वाला पलायन रोकने तथा वीरान गांवों को, आबाद करने में भी मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन, तीर्थाटन राज्य की आर्थिकी का मजबूत आधार है। सड़कों के विकास, हवाई यातायात एवं अन्य अवस्थापना सुविधाओं के विकास से चारधाम यात्रा में गत वर्ष की अपेक्षा दुगने तीर्थ यात्री प्रदेश में आये हैं। केदारनाथ में जहां पिछले साल कुल 19 लाख यात्री आये वहीं 10 लाख यात्री इस वर्ष अब तक आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरों की धारण क्षमता का आंकलन के साथ दो नई टाउनशिप विकसित की जा रही है। नये शहरों का नियोजित प्लान के साथ निर्माण तथा पुराने शहरों को व्यवस्थित किये जाने की दिशा में कदम उठाये गये हैं। मसूरी के लिये भी शटल बस सेवा आरंभ की जा रही है।

उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा राज्य की लाइफ लाइन है इसके साथ कैंची धाम सहित अन्य स्थलों पर भी पर्यटकोंआदि की संख्या बढ़ती जा रही है। यात्रियों की यात्रा सुगम व सुरक्षित हो इस दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। देहरादून सहित अन्य शहरों को जाम से निजात दिलाने के लिये ऐलिवेटेड रोड़ के साथ रिंग रोड़ बनायी जा रही है। इस संबंध में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को प्रस्ताव सौंपे गये हैं। राज्य के समग्र विकास के लिये अगले 25 सालों की चुनौती का सामना करने के लिये योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में समान नागरिक संहिता अधिनियम लागू कर हमने प्रदेश की जनता से किया वायदा पूरा किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तराखण्ड से निकलने वाली समान नागरिक संहिता की गंगा पूरे देश में जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि जैसे पवित्र भूमि पर लंबे समय से विभिन्न विभागों की सरकारी भूमि पर कब्जा किया जा रहा था। सरकार द्वारा अभियान चलाकर ऐसी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी तरह का धर्मांतरण ना हो पाए इसके लिए सख्त कानून का प्रावधान किया गया है। सरकार संपत्ति को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाने वालों के विरुद्ध हमने सख्त कार्रवाई करते हुए दंगा निरोधक कानून बनाया है। जिसके अंतर्गत संसाधनों को नुकसान पहुंचाने वाले से ही उसकी वसूली की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को अपराध मुक्त प्रदेश बनाने का हमारा प्रयास है। प्रदेश में मित्र पुलिस का भाव शांतिप्रिय लोगों के लिये है। अपराधियों के लिये नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के विरूद्ध सशक्त कार्यवाही के निर्देश पुलिस को दिये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा के बाद युवा छात्रों को उच्च शिक्षा के लिये राज्य में ही अच्छे संस्थान उपलब्ध हों इस दिशा में भी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बातें कम काम ज्यादा के भाव में उनका विश्वास है। सैनिक परिवार से जुड़ा होने के कारण अनुशासन एवं जनहित में सख्त निर्णय लेना उनके स्वभाव में है।

इस अवसर पर विधायक श्रीमती सविता कपूर, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, दैनिक जागरण के राज्य सम्पादक कुशल कोठियाल एवं बड़ी संख्या में साहित्यकार एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

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