देखें वीडियो, केदार पैदल रूट का पुनर्निर्माण लिटमस टेस्ट से कम नहीं
आपदा पुनर्निर्माण के लिए बड़ी मदद की दरकार
गौरीकुंड – सोनप्रयाग का टूटा 150 मीटर मोटर मार्ग भी बना चिंता का सबब
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। सीएम धामी ने गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे को बड़ी जिम्मेदारी दी दी है। केदारनाथ यात्रा मार्ग के प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना की बहाली के लिए आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। सीएम धामी ने कहा कि सचिव आपदा प्रबंधन,सचिव लोक निर्माण विभाग तथा ऊर्जा विभाग के उच्च अधिकारी तत्काल जनपद रुद्रप्रयाग का दौरा करते हुए रेस्क्यू और रेस्टोरेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे।
गौरतलब है कि बीते सात दिन के अंदर टिहरी के बूढाकेदार व अन्य स्थानों में आयी आपदा में जानमाल की भारी क्षति हुई है। केदार घाटी में भारी बारिश व बादल फटने से पैदल रूट लगभग एक दर्जन स्थानों पर टूट गया है। कई दुकानें व मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। केदार यात्रा रुकी हुई है। तीर्थयात्रियों को बचाव टीम निकाल रही है।
इस आपदा में कुल कितने करोड़ का नुकसान हुआ। अभी यह आंकलन सामने नहीं आया है। नुकसान के आँकलन के बाद मरम्मत कार्यों का एस्टीमेट बना कार्य शुरू कराया जाएगा। केंद्र सरकार से भी राज्य को आपदा पुनर्निर्माण कार्यों के लिए किसी बड़े पैकेज के ऐलान का भी इंतजार है।
आयुक्त विनय शंकर पांडे के लिए जल्दी से जल्द ही पैदल व मोटर मार्ग का पुनर्निर्माण गम्भीर चुनौती मानी जा रही है। चूंकि, आपदा के बाद से केदार यात्रा रोकी हुई है। बड़ी बड़ी चट्टानें व बोल्डर यात्रा रूट पर जोखिम की वजह बने हुए हैं। टूटे यात्रा मार्गों के बनने के बाद ही पैदल यात्रा शुरू होगी।
अब आयुक्त पांडे कितनी जल्दी व तेजी से पुनर्निर्माण के कार्यों को पूरा करवाते है। उधर, विपक्षी दल आपदा के बाद जारी कार्यों पर विशेष नजरें गड़ाए हुए है। और भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
सीएम ने कहा, श्रद्धालुओं के साथ पुलिस अच्छा व्यवहार करें
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासन के वरिष्ठ अधिकारी अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों का निरंतर अनुश्रवण करें, जिलाधिकारियों द्वारा राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जो भी सहायता की मांग की जा रही है, उस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्हें सहयोग प्रदान किया जाए।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से वर्चुअल माध्यम से वार्ता करते हुए निर्देश दिये कि श्री केदारनाथ पैदल मार्ग पर आवागमन को जल्द सुचारू किये जाने के प्रयास किये जाएं। पैदल यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाए और उनको भोजन की समुचित व्यवस्था रखी जाए।
श्रद्धालुओं के परिजनों को उनकी कुशलक्षेम की नियमित अपडेट दी जाए। जारी किये गये हेल्पलाइन नम्बरों का भी व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। मौसम अनुकूल होने की स्थिति में श्रद्धालुओं को जल्द रेस्क्यू किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच के क्षतिग्रस्त 150 मीटर मोटर मार्ग के निर्माण की कार्यवाही जल्द की जाए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के साथ पुलिस का व्यवहार अच्छा हो। प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत और पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था भी सुचारू रखने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं।
जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग सौरभ गहरवार ने जानकारी दी कि श्री केदारनाथ पैदल मार्ग पर जिन स्थानों पर मलबा आया है,उन पर कार्य गतिमान है। मौसम अनुकूल होने की स्थिति में इन रास्तों को एक सप्ताह में ठीक करा लिया जायेगा। गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच क्षतिग्रस्त 150 मीटर मोटर मार्ग के निर्माण की कार्यवाही भी शुरू की जा रही है, अभी इसमें पैदल चलने की व्यवस्था की जा रही है। शेष मोटर मार्ग पूरा सही है।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली,गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, एडीजी ए.पी. अंशुमन, आईजी कृष्ण कुमार वी.के, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।
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