राज्य मंत्री बघेल व भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. उमेश चंद्र शर्मा को दिए सुझाव
अविकल उत्तराखंड
नई दिल्ली। उत्तराखंड पशु चिकित्सा परिषद् के अध्यक्ष डॉ कैलाश उनियाल ने नई दिल्ली में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय में राज्य मंत्री एस.पी. बघेल व भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. उमेश चंद्र शर्मा के साथ भी एक औपचारिक बैठक की।
दोनों बैठकों में उत्तराखंड राज्य में पशु चिकित्सा क्षेत्र से सम्बंधित कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। चर्चा के प्रमुख विषयों में पशु चिकित्सा शिक्षा में प्रगति, पशुधन के लिए स्वास्थ्य देखभाल, बुनियादी ढांचे में सुधार आदि शामिल था।
डॉ. उनियाल ने उत्तराखंड में पशु चिकित्सकों की आवश्यकताओं और चुनौतियों को उजागर किया, और पशु चिकित्सा सेवाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ाने में सरकारी समर्थन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने केंद्रीय सरकार के साथ संभावित सहयोगात्मक पहलुओं पर भी चर्चा की, ताकि पशुपालन को बढ़ावा दिया जा सके और पशुपालन पर निर्भर किसानों की समृद्धि सुनिश्चित हो सके।
एस.पी. बघेल ने डॉ. उनियाल द्वारा दिए गए मांग पत्र एवं आवश्यकताओं का समर्थन करने और विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से क्षेत्र की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने पशुधन के स्वास्थ्य और उत्पादकता सुनिश्चित करने में पशु चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया, जो सीधे तौर पर देश की कृषि अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है।
डॉ. उमेश चंद्र शर्मा ने पशु चिकित्सकों के लिए निरंतर व्यावसायिक विकास के महत्व और अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए पशु चिकित्सा शिक्षा के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय पशु चिकित्सा परिषद राज्य परिषदों के साथ मिलकर उन नीतियों को लागू करने के लिए काम करेगी जो पशु चिकित्सा और शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देती हैं।
डॉ. शर्मा ने आश्वासन दिया कि इन सभी मुद्दों को हल करने के लिए जल्द ही राज्य पशु चिकित्सा परिषदों के सभी अध्यक्षों और रजिस्ट्रारों की बैठक आयोजित की जाएगी।
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