शराब के ठेके पर दो आईएएस का अलग-अलग स्टैंड
केदारनाथ उपचुनाव की तैयारी में जुटे विपक्ष ने बनाया मुद्दा
अविकल थपलियाल
देहरादून। केदारनाथ उपचुनाव की खबरों के बीच दो आईएएस के बीच शराब के ठेके को लेकर जंग चर्चा का विषय बनी हुई है। विपक्ष इसे नौकरशाही के बीच शून्य तालमेल व शराब के धंधे से जुड़े ‘विशेष फार्मूले’ से जोड़कर प्रचार प्रसार में जुट गया है।
पूरा मसला जनता के पक्ष व शराब लाबी के पक्ष में खड़े दो आईएएस के फैसले के इर्द गिर्द घूम रहा है।
छिड़ी हुई है। सत्ता से लेकर राजनीतिक गलियारों में ठेके के पक्ष व विरोध में खड़े इन दोनों आईएएस के बीच सड़कपर आई यह महाभारत खूब चर्चा में है।
बात यही कोई आठ दस दिन पुरानी है। दून के नये नये डीएम सविन बंसल के जनता दरबार में परेशान स्थानीय लोगों ने राजपुर रोड के इस ठेके पर गैरकानूनी ढंग से शराब पिलाने पर शिकायत की। कहा कि, ओपन बार से शराबियों के कारण महिलाओं का आना जाना दूभर हो गया है।
दून डीएम का चार्ज संभालते ही शराब के ठेकों पर पहुंचकर ओवर रेटिंग रुकवाने में से सुर्खियों में आये आईएएस सविन बंसल ने तत्काल ठेके को सील करवा दिया और लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से भन्नाए शराब के ठेकेदार ने आईएएस व आबकारी आयुक्त के यहां अर्जी लगाई।
सचिवालय में सचिव व आबकारी आयुक्त हरिचंद्र सेमवाल ने डीएम के ऑर्डर के खिलाफ तत्काल स्टे दे दिया। अपनी जीत देख ठेकेदार ने दुकान खोलने की तैयारी कर दी। लेकिन डीएम साहब भी अपनी पर आ गए। और दुकान नहीं खुलने दी। चार -पांच दिन से शराब का ठेका बन्द है।
इस बीच, डीएम ने भी आबकारी आयुक्त को पत्र लिख कर कह दिया कि उनके फैसले में क्या कमी थी जो स्टे दिया गया। शराब के ठेके पर ओपन बार चलाने से लोगों को परेशानी हो रही थी। डीएम के पत्र के बाद सनसनी थोड़ी और बढ़ गयी। बहरहाल, आयुक्त सेमवाल ने स्टे पर सुनवाई की नई तारीख तय कर दी है।
विपक्ष पूरे मामले को लेकर मौज ले रहा है। वैसे, डीएम के छापे के बाद भी शराब के ठेकों पर शौकीनों की जेब से बीस ,पचास व सौ रुपए ज्यादा झटकना बन्द नहीं हुआ है।
सम्भवतः शराब के ठेके को लेकर दो आईएएस के बीच मची तनातनी का यह पहला मामला है। इस बीच, केदारनाथ उपचुनाव का बिगुल भी बज चुका है। विपक्ष भी ठेके की जंग में आमने सामने आये दो आईएएस के स्टैंड पर खूब चुटकियां ले रहा है।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245