केदारनाथ उपचुनाव-परंपरा को कायम रखते हुए भाजपा शैला पुत्री को देगी टिकट !

भाजपा ने दिवंगत भाजपा विधायकों के परिजनों को ही लड़ाया उपचुनाव

ऐश्वर्या और पार्टी कैडर दावेदारों को लेकर भाजपा की जंग हुई तेज

अविकल थपलियाल

देहरादून। केदारनाथ उपचुनाव को लेकर भाजपा में भी रार कम नहीं है। अगर रार नहीं होती तो दिवंगत  भाजपा विधायक शैलारानी की।पुत्री ऐश्वर्या के टिकट को हरी झंडी मिल गयी होती।

बीते छह सालों में भाजपा के पांच विधायकों का निधन हुआ। और  भाजपा नेतृत्व ने दिवंगत विधायक पत्नी व उनके परिजनों को ही टिकट दिया। लेकिन केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेता अपनी अपनी पसंद को लेकर गुटों में  बंटे हुए है।

एक गुट बदरीनाथ सीट की हार से सबक लेते हुए पार्टी कैडर की पूर्व विधायक आशा नौटियाल के पक्ष में है तो अन्य क्षत्रप ऐश्वर्या, कुलदीप, कर्नल कोठियाल व अन्य दावेदारों का झंडा उठाये चल रहे है।

इससे पूर्व भाजपा नेतृत्व ने हरबंस कपूर, प्रकाश पंत, सुरेंद्र सिंह जीना,चंदन रामदास मगनलाल शाह के परिजनों को टिकट देकर और सहानुभूति लहर में सभी उपचुनाव जीते।

अलबत्ता, अपवादस्वरूप गंगोत्री विधायक गोपाल रावत के अप्रैल 2021 में निधन के बाद पार्टी ने सुरेश चौहान को 2022 का टिकट दिया।

लेकिन 2016 में हरीश रावत सरकार के तख्ता पलट कर कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुईं शैलारानी के जुलाईं में निधन के बाद टिकट का ऐलान नहीं हो पाया है।

इधर, कांग्रेस ने ऐश्वर्या व कुलदीप का नाम अपने पैनल में शामिल कर भाजपा को दबाव में लेने की।कोशिश की है।

दिवंगत भाजपा विधायक शैलारानी रावत

उपचुनाव के नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। लेकिन भाजपा क्षत्रप किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। भाजपा पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए स्वर्गीय शैलारानी की पुत्री को टिकट देती है या फिर पुराने नेता को। इस मुद्दे पर अंदरूनी जंग  ने तेजी पकड़ ली है।

देखें, दिवंगत भाजपा विधायकों के परिजनों को मिला टिकट

1- मगनलाल शाह 26 feb 2018- (मुन्नी देवी,पत्नी)

2- प्रकाश पंत,5 जून 2019- (चंद्रा पंत,पत्नी)

3- सुरेंद्र सिंह जीना 12 नवंबर  2020 -महेश जीना (भाई)

4- हरबंस कपूर 13 दिसम्बर 2021-सविता कपूर (पत्नी)

5- चंदन रामदास 26 अप्रैल 2023- (पार्वती दास, पत्नी)

6 – शैलारानी रावत 9 जुलाईं 2024-

गोपाल रावत, अप्रैल 2021- परिजन को नहीं दिया टिकट

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