छात्र संघ चुनाव टलने पर नेता विपक्ष ने भाजपा को घेरा

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। छात्र संघ चुनाव न केवल छात्रों की समस्याओं का समाधान है,बल्कि युवाओ की नेतृत्व क्षमता को भी सशक्त बनाने का माध्यम है। छात्र देश का भविष्य है ,छात्र राजनीति ही ऐसी कड़ी है जिससे युवा राजनीति कि पौध तैयार होतीं हैं लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने उसी छात्र राजनीति को खत्म कर रखा है।ना नगर निकाय चुनाव का कुछ पता ना ही छात्रसंघ चुनाव का ।

मेरा राज्य सरकार से आग्रह है कि युवा हमारे देश का भविष्य है और युवाओं में राजनीतिक क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता के विकास के लिए नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराया जाना प्रदेश के युवाओं के लिए नितान्त आवश्यक है। छात्रसंघ चुनाव देश की राजनीतिक नीति निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हैं। छात्रसंघ चुनाव राजनीति की प्रथम सीढ़ी है जो नवीन राजनीतिक पीढ़ी को तैयार करती हैं। आज राष्ट्रीय राजनीतिक नेतृत्व के साथ- साथ राज्य स्तर के अधिकतम नेतृत्वकर्ता छात्रसंघ राजनीति से ही निकले हैं।

छात्रसंघ चुनाव में युवा राजनीतिक मूल्यों को सीखता हैं। युवा दूसरों के अधिकारों के लिए लड़ना सीखता हैं। जहां पहली बार जन सेवा की भावना अंगड़ाई लेती हैं। छात्र संघ चुनाव वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य का आधार स्तम्भ हैं, जिस पर आगामी राष्ट्र निर्माण की रूपरेखा तय होगी। एक स्वाभाविक लोकतांत्रिक व्यवस्था में छात्रसंघ चुनाव अपरिहार्य और अनिवार्य हैं।

राज्य सरकार को निवेदन है स्वच्छ, पारदर्शी और नियमित छात्रसंघ चुनाव करवाने की कृपा करें। आपका यह निर्णय प्रदेश निर्माण में, प्रदेश के नीति निर्माण में और प्रदेश की लोककल्याणकारी अवधारणा के साकारीकरण में सहयोग प्रदान करेगा।

छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार छात्रसंघ चुनाव पर अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए अविलंब छात्रसंघ चुनाव की घोषणा करें। जिससे प्रदेश की छात्र शक्ति को उनका हक और अवसर मिल सके।

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