कांग्रेसियों ने नेताओं पर लगाये टिकट बेचने के सनसनीखेज आरोप

देखें वीडियो, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी हंगामा, तू तड़ाक भी खूब हुई

तीन कार्यकर्ता निष्कासित, वीडियो वॉयरल

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। निकाय चुनाव में कांग्रेस के टिकट बेचे जाने का मुद्दा राजनीतिक हलकों में सुर्खियां बन गया है। रविवार की रात दून की राजपुर रोड स्थित एक होटल में पार्षद टिकट के दावेदारों ने जमकर हंगामा काटा। और पार्टी नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। इस दौरान खूब तू तड़ाक भी हुई।

हंगामे के वॉयरल वीडियो के बाद कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी ने तीन कार्यकर्ताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।

रविवार की रात होटल पहुंचे कांग्रेस टिकट के दावेदारों ने नेताओं को खूब खरी खोटी सुनाई। एक महिला ने बढ़ चढ़ कर पार्टी नेताओं को कठघरे में खड़ा किया। इस दौरान काफी धक्का मुक्की भी हुई।

इन कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सुबह दून के पार्षद टिकट की सूची में उनका नाम था। लेकिन बाद में काट दिया गया। ये सभी महानगर कांग्रेस अध्यक्ष जसविंदर गोगी पर निशाना साध रहे थे।

होटल के रूम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना पार्षदों की सूची को अंतिम रूप दे रहे थे। धस्माना ने हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश में जुटे रहे।

वॉयरल वीडियो में एक कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय में वीडियो बनाकर धरने पर बैठने का ऐलान भी करता नजर आया। इस हंगामे के बाद कांग्रेस के नेता बैकफुट पर नजर आए।

इस बीच, महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोगी ने नेमीचन्द सूर्यवंशी, अजय रावत एवं करण कनौजिया की पार्टी विरोधी गतिविधियों का स्वतः संज्ञान लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छः वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है।

इस बाबत महानगर कांग्रेस अध्यक्ष गोगी से बात करने की कोशिश की गई। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

भाजपा ने मुद्दे को लपका

दूसरी ओर, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस कार्यकर्तओं द्वारा पार्टी नेताओं पर टिकट बेचने के आरोपों को उसके पुराने रिकार्ड की पुनरवृत्ति बताया और कहा कि कार्यकर्ताओ की घोर उपेक्षा करने वाली पार्टी के लिए इसमें कुछ नया नही है। उन्होंने पीड़ित कांग्रेसियों से सहानुभूति जताते हुए तंज किया कि कांग्रेस नेतृत्व को हार का अंदाजा है, इसीलिए सब गड़बड़झाला हो रहा है।

चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी मामला है, लेकिन राजनैतिक शुचिता के लिए इस तरह की घटनाएं उचित नहीं ठहराई जा सकती हैं। उन्होंने पीड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सहानुभूति जताते हुए कहा कि नकारात्मक और फर्जीवाड़े की राजनीति करने वालों को चुनावों में फिर सबक सिखाने का समय आ गया है।

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