अविकल उत्तराखंड
खाड़ी (टिहरी)। देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय खाड़ी में आयोजित 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दसवें और ग्यारहवें दिन प्रतिभागियों को व्यवसायिक सफलता हेतु आवश्यक वित्तीय, कानूनी एवं जीएसटी संबंधी महत्वपूर्ण विषयों पर गहन जानकारी प्रदान की गई।
लेखांकन, वित्तीय प्रबंधन और स्टार्टअप योजना पर व्यावहारिक मार्गदर्शन
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को लेखांकन की उपयोगिता, खर्चों का वर्गीकरण, लाभ-हानि की गणना, नकदी प्रवाह (Cash Flow) और बजट तैयार करने की विधियाँ सिखाई गईं। इससे उन्हें अपने व्यवसाय की आर्थिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली। वित्तीय विशेषज्ञ अभिषेक पवार ने लागत अनुमान, बिक्री पूर्वानुमान, ब्रेक-ईवन प्वाइंट, लाभ-हानि की योजना और निवेश की आवश्यकता के आंकलन पर आधारित वित्तीय प्रबंधन रिपोर्ट तैयार करने की विधि बताई, जिससे प्रतिभागियों को अपने स्टार्टअप के लिए ठोस योजना बनाने का आत्मविश्वास मिला।
कानूनी प्रक्रियाएं और जीएसटी पंजीकरण की विस्तृत जानकारी
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी मीना ने व्यवसाय शुरू करने से पूर्व आवश्यक कानूनी तैयारियों जैसे फर्म रजिस्ट्रेशन, पैन कार्ड, आधार, व्यापार लाइसेंस, श्रम विभाग पंजीकरण और पर्यावरणीय स्वीकृति जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. संगीता बिजलवान जोशी द्वारा प्रतिभागियों को जीएसटी पंजीकरण प्रक्रिया, टैक्स रिटर्न की समय-सीमा, इनपुट टैक्स क्रेडिट, कर दरें और अनुपालन आवश्यकताओं की जानकारी दी गई। साथ ही, उद्यम आधार पंजीकरण की प्रक्रिया का प्रायोगिक अभ्यास भी करवाया गया ताकि प्रतिभागी स्वयं ऑनलाइन पंजीकरण करने में सक्षम हो सकें।
प्रशिक्षण अत्यंत व्यावहारिक, सहभागी और ज्ञानवर्धक रहा। प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त पहल के रूप में सराहा।

