ग्राफिक एरा में किया अस्थि कैंसर का उपचार

अत्याधुनिक तकनीकों से शानदार सफलता

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। ग्राफिक एरा के विशेषज्ञों ने 15 वर्षीय युवक को हुए कंधे के अस्थि कैंसर (हाई ग्रेड आॅस्टियोसारकोमा) का सफलतापूर्वक उपचार करके उसके हाथ को बचाया।

युवक बीते छः महिने से दाहिने कंधे में दर्द और सूजन की शिकायत लेकर ग्राफिक एरा पहंुचा था। डाक्टर ने जांच की तो पता चला की एक ट्यूमर कंधे की हड्डी (प्राॅक्सिमल ह्यूमरस) से होकर कंधे के जोड़ (ग्लेनोह्यूमरल ज्वांट) तक फैल चुका था। ट्यूमर ने नसों एवं रक्त वाहिकाओं को भी घेर रखा था। इसकी बायोप्सी में काॅन्ड्रोब्लास्टिक हाई ग्रेड आॅस्टियोसारकोमा की पुष्टी हुई।

रोग की गंभीरता को देखते हुए विशेषज्ञों की टीम ने बिना किसी देरी के पहले किमोथेरेपी और फिर सर्जरी का निर्णय लिया। अत्याधुनिक थ्री-डी प्लालिंग की सहायता से इस आॅपरेशन को किया गया। मरीज की टाईप फाइव बी एक्स्ट्रा-आर्टिकुलर रिसेक्शन की गई, जिसमें प्रभावित हड्डियांे-प्राॅक्सिमल ह्यूमरस, ग्लेनाॅयड और लेटरल स्कैपुला को एक साथ हटाया गया। थ्री-डी प्रिंटेड गाइड्स की सहायता से सटीक कट लगाए गए और ट्यूमर को सुरक्षित रूप से हटाया गया। सर्जरी का नेतृत्व कर रहे आॅर्थोपेडिक आॅन्कोसर्जन डा. नरेन्द्र सिंह बुटोला ने कहा कि यह आॅपरेशन इस बात का उदाहरण है कि किस प्रकार सही योजना, सर्जिकल दक्षता और अत्याधुनिक तकनीकों के सहयोग से असम्भव दिखने वाले केसों में भी जीवनदायिनी सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्हांेने बताया कि पूर्व में ऐसी स्थिति में हाथ को काटना ही एक मात्र उपाय बचता था। लेकिन आज अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से अंग को संरक्षित रखते हुए कैंसर का समुचित ईलाज किया जा रहा है।

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