पिछले दो दिनों में 6 बच्चे रेस्क्यू, अब तक 265 से अधिक बच्चों का पुनर्वास
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। जिला प्रशासन द्वारा भिक्षावृत्ति और बाल मजदूरी के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बीते दो दिनों में प्रशासन की टीम ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों—पटेल नगर, राजा रोड, आईएसबीटी, तहसील चौक और डोईवाला से भिक्षावृत्ति में लिप्त 6 बच्चों को रेस्क्यू किया है। इनमें 5 बालक और 1 बालिका शामिल हैं।

अब तक कुल 265 से अधिक बच्चों को भिक्षावृत्ति, कूड़ा बीनने और बाल श्रम से मुक्त कर पुनर्वासित किया गया है। प्रमुख चौराहों पर होमगार्ड की तैनाती और सचल टीमों की निरंतर पेट्रोलिंग के माध्यम से यह अभियान संचालित किया जा रहा है। चाइल्ड हेल्पलाइन, बाल कल्याण समिति और प्रोबेशन टीम की मदद से रेस्क्यू किए गए बच्चों को आश्रय और शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है।

बच्चों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा और मानसिक विकास का अवसर
जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट ने जानकारी दी कि 25 जून को पटेल नगर, राजा रोड, आईएसबीटी और तहसील चौक क्षेत्रों से 1 बालिका और 4 बालकों को तथा 26 जून को डोईवाला क्षेत्र से 1 बालक को रेस्क्यू किया गया। सभी बच्चों का मेडिकल परीक्षण कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इनमें से 2 बालक और 1 बालिका को राजकीय शिशु सदन में तथा 3 बालकों को ‘समर्पण’ (खुला आश्रय) में रखा गया है।

रेस्क्यू किए गए बच्चों को ‘माइंड रिफॉर्म’ हेतु आधुनिक इंटेंसिव केयर सेंटर में रखा जाता है, जहां उन्हें संगीत, खेल, कंप्यूटर ज्ञान, अन्य रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाती है। प्रशासन का उद्देश्य है—“भिक्षा नहीं, शिक्षा”—और इसी सोच के साथ यह अभियान लगातार जारी है।


