चकराता में नए सीएचसी के लिए डीएम ने किया स्थल निरीक्षण
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चकराता में सुविधाओं के विस्तार और नए भवन के लिए प्रस्तावित भूमि का जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुधवार को स्वयं स्थल निरीक्षण किया। डीएम ने पहाड़ चढ़कर संभावित स्थल का मुआयना किया और स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सीएचसी छावनी बाजार में सीमित जगह और कैंट कानूनों के कारण विस्तार की गुंजाइश नहीं है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत नए सीएचसी के लिए ऐसी जगह चयनित की जाएगी, जहां पर्याप्त जगह, खुली धूप और पानी उपलब्ध हो। नए सीएचसी में ओपीडी, फार्मेसी, ऑपरेशन थिएटर, वार्ड, लैब, पंजीकरण, दवा वितरण केंद्र और डॉक्टर आवास समेत सभी सुविधाएं पर्याप्त रूप से होंगी।

वर्तमान सीएचसी में भी सुधार
फिलहाल वर्तमान सीएचसी में सुधार कार्य भी शुरू हो गए हैं। महिला प्रसूति कक्ष में एलईडी फोकस लाइट लगाने, ओटी टेबल, पैरामेडिक्स की तैनाती और आधुनिक उपकरणों के लिए मौके पर ही धनराशि स्वीकृत कर दी गई। रजिस्ट्रेशन और दवा काउंटर का विस्तार भी जल्द होगा। डीएम ने लोक निर्माण विभाग को भूमि सीमांकन और नए भवन का एस्टिमेट तैयार करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने पंजीकरण काउंटर, ओपीडी, प्रसूति कक्ष, आपातकालीन कक्ष, शल्य कक्ष, औषधि भंडार और एक्स-रे सुविधाओं का जायजा लिया। आरवीजी एक्स-रे मशीन की मरम्मत और विद्युत व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए गए।

शिफ्टिंग पर आपत्ति
स्थल निरीक्षण के दौरान कई स्थानीय लोगों ने छावनी बाजार से सीएचसी को ग्वासा पुल के पास स्थानांतरित करने पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि चकराता जौनसार-बावर के सैकड़ों गांवों का केंद्र है और प्रस्तावित स्थल तक पहुंचने में दिक्कतें होंगी क्योंकि वहां सार्वजनिक परिवहन की सुविधा नहीं है। डीएम ने आश्वस्त किया कि जनहित में उचित निर्णय लिया जाएगा।
ग्वासा पुल (डाकरा) के पास प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कर डीएम ने भूमि का भूगर्भीय सर्वेक्षण और मृदा परीक्षण कराने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी एमके शर्मा, एसीएमओ दिनेश चौहान और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

