अविकल उत्तराखंड
देहरादून। ग्राफिक एरा में ग्लोबल विलेज के माध्यम से नए छात्र-छात्राओं को यूनिवर्सिटी की अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों और सांस्कृतिक विविधता की झलक दिखाई गई।

यह आयोजन न केवल छात्र-छात्राओं को वैश्विक पटल से जोड़ने का प्रयास रहा बल्कि एक ऐसा मंच बना जहां दुनिया भर की संस्कृतियों एक साथ जीवंत नजर आई। कार्यक्रम की शुरुआत डीन इंटरनेशनल अफेयर्स डा. डी. आर. गंगोडकर के सत्र से हुई, जिसमें उन्होंने छात्र-छात्राओं को रूस, जर्मनी, फिलीपींस, यूके जैसे देशों की यूनिवर्सिटीज की ग्राफिक एरा के साथ साझेदारी और शैक्षणिक व पेशेवर अवसरों से अवगत कराया। इनमें दूसरे देशों में जाकर कुछ सेमेस्टर पढ़ने की व्यवस्था, मास्टर्स, इंटर्नशिप और विदेशी भाषाओं की कक्षाएं जैसे अवसर शामिल है। इसके साथ ही पीआर एवं मार्केटिंग हेड साहिब सबलोक ने छात्र-छात्राओं को पासपोर्ट बनवाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय सपनों की ओर उनका पहला कदम होगा।
कार्यक्रम का सबसे रोचक हिस्सा एक साथ विभिन्न देशों की संस्कृतियों से जोड़ने का प्रयास रहा। इसमें भारतीय और विदेशी छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर भारतीय और विदेशी छात्र-छात्राओं ने अपनी संस्कृति से जुड़े लजीज व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई। जहां म्यांमार, नेपाल, लैसोटो, जिंबॉब्वे, युगांडा, तंजानिया, साउथ सूडान, फ्रांस, गिनाया आदि देश के खानपान से भी नए छात्र-छात्राओं को रूबरू होने और जायके का आनंद लेने का मौका मिला।
कार्यक्रम का आयोजन आॅफिस आॅफ इंटरनेशनल अफेयर्स ने किया। कार्यक्रम में प्रो-वाइस चांसलर डा. संतोष एस सर्राफ और इंटरनेशनल अफेयर्स एग्जीक्यूटिव सुचित अरोड़ा भी मौजूद रहे।

