तहसील का घेराव कर जताया गुस्सा
अविकल उत्तराखण्ड
गैरसैंण। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के उप जिला अस्पताल में गर्भवती महिला सुशीला देवी और शिशु की प्रसव के दौरान हुई मौत से क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। अव्यवस्थाओं के खिलाफ नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को तहसील का घेराव कर सरकार से तत्काल कार्रवाई और स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।
उन्होंने सबसे पहले सुशीला देवी की मौत की मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग रखी। साथ ही यह भी कहा कि जब तक अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों—सर्जन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया और बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं होती, तब तक अस्पताल का औपचारिक उद्घाटन न किया जाए। लोगों ने अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था जल्द बनाने, पुरानी अल्ट्रासाउंड मशीन बदलने और नई मशीन उपलब्ध कराने की मांग की।
आंदोलनकारियों ने यह भी कहा कि गर्भवती महिलाओं को हायर सेंटर रेफर करने पर उनके साथ एक विशेषज्ञ डॉक्टर अनिवार्य रूप से भेजा जाए।
इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के इलाज और रेफर की स्थिति में संपूर्ण खर्च सरकार द्वारा वहन करने तथा किसी अप्रिय घटना में मुआवजा राशि तय कर भुगतान करने की भी मांग उठाई गई। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर अमल नहीं हुआ तो आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा।

