कुलपति डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने उद्घाटन किया
अविकल उत्तराखंड
हरिद्वार। आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं राष्ट्रीय विद्यापीठ नई दिल्ली के सौजन्य से उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय, ऋषिकुल परिसर में छह दिवसीय सतत चिकित्सकीय शिक्षा (CME) कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डी.सी. सिंह एवं रस शास्त्र एवं भैषज्यकल्पना विभागाध्यक्ष डॉ. खेमचंद शर्मा उपस्थित रहे।
देशभर से कुल 30 आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों ने इसमें भाग लिया। इनमें उत्तराखंड से 8, हरियाणा व उड़ीसा से 4-4, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश से 3-3, गुजरात से 2 तथा लद्दाख, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र और त्रिपुरा से 1-1 प्रतिभागी शामिल हुए। मंच संचालन डॉ. यादवेंद्र यादव ने किया।
विशेषज्ञ व्याख्यान और संवादात्मक सत्र
कार्यक्रम में विशेषज्ञ वक्ताओं ने विविध विषयों पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। कुलपति डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी ने हृदय रोग पर विस्तृत जानकारी दी। वहीं अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली के डॉ. ग़ालिब ने फार्माकोविजिलेंस, ड्रग इंटरेक्शन एवं रिसर्च मेथडोलॉजी पर व्याख्यान दिया।
प्रतिभागियों ने इन सत्रों में उत्साहपूर्वक भाग लिया और संवादात्मक चर्चा के माध्यम से अनुभव साझा किए। विभागाध्यक्ष डॉ. खेमचंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे कार्यक्रम चिकित्सा क्षेत्र में गुणवत्ता व दक्षता बढ़ाने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने सभी अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

