नौगांव क्षेत्र में कई घरों में पानी और मलबा
अविकल उत्तराखण्ड
उत्तरकाशी। आपदाओं से लगातार जूझ रहे उत्तरकाशी जिले में अब एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है। हर्षिल क्षेत्र के तेलगाड़ गदेरे के मुहाने पर बीते गुरुवार को भारी भूस्खलन हुआ, जिसके बाद वहां दो झीलों का निर्माण हो गया है। सेना के ड्रोन से ली गई तस्वीरों में झीलें साफ दिखाई दी हैं। फिलहाल उनका आकार छोटा है, लेकिन खतरे की आशंका बनी हुई है। प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रही हैं, ताकि स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का आकलन किया जा सके।
भूस्खलन से झील बनने की तीसरी घटना
पिछले एक महीने में उत्तरकाशी जिले में झील बनने की यह तीसरी घटना है। पहले स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर गदेरे के मलबे से झील बनी, फिर तेलगाड़ के मलबे ने भागीरथी नदी को रोककर हर्षिल में डेढ़ किमी लंबी झील बना दी थी। अब तेलगाड़ गदेरे के ऊपर दो नई झीलें बनने से स्थानीय लोगों और प्रशासन की चिंता और बढ़ गई है।

- हर्षिल क्षेत्र में गुरुवार को पहाड़ी से हुआ भूस्खलन
- सेना के ड्रोन से ली गईं तस्वीरों में झीलें दिखीं
- खतरे का आकलन करने मौके पर पहुंच रही है एसडीआरएफ
- इससे पहले भागीरथी और यमुना नदी पर भी बनी थीं झीलें
तेलगाड़ गदेरे की तबाही का इतिहास
बीती 5 अगस्त को तेलगाड़ गदेरे में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। इसमें सेना का कैंप बह गया और नौ जवान लापता हो गए थे, जिनमें से केवल एक का शव मिला। इस आपदा के दौरान गदेरे का मलबा भागीरथी नदी में जाकर जमा हो गया और वहां एक बड़ी झील बन गई। इसका असर हर्षिल हेलीपैड और गंगोत्री हाइवे पर भी पड़ा, जिनका एक हिस्सा डूब गया था।
अतिवृष्टि से नौगांव क्षेत्र में कई घरों में पानी और मलबा घुसा, एसडीआरएफ ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
उत्तरकाशी। जनपद उत्तरकाशी के नौगांव क्षेत्र में शनिवार को अतिवृष्टि के कारण गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। नौगांव खड्ड, देवलसारी खड्ड और मुराडी खड्ड का जलस्तर बढऩे से कई घरों में पानी और मलबा घुस गया। प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोग भय और असुरक्षा की स्थिति में हैं।
सूचना मिलते ही एसडीआरएफ टीम पोस्ट बड़कोट से निरीक्षक राजेश जोशी के नेतृत्व में तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू किया और राहत एवं बचाव कार्य को गति दी। वर्तमान में एसडीआरएफ टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन सतत रूप से जारी है। अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को नुकसान न हो। जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सचेत रहने और जलस्तर बढऩे की स्थिति में तुरंत ऊंचे स्थानों पर जाने की हिदायत दी है। क्षेत्र में भारी बारिश के चलते कई मार्गों पर यातायात बाधित हो सकता है, जिससे राहत कार्यों में चुनौती भी बढ़ रही है।

प्रभावित क्षेत्र : नौगांव खड्ड, देवलसारी खड्ड, मुराडी खड्ड
स्थिति : घरों में पानी और मलवा घुसा, एक मकान गंभीर रूप से प्रभावित
नौगांव में बढ़ी आपदा की घटनाएं
नौगांव क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से अतिवृष्टि और भू-खिसकाव की घटनाओं का खतरा बढ़ा है। अधिकारियों ने चेताया कि लोग घरों के आसपास पानी और मलवा जमा होने की स्थिति में तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाएँ। एसडीआरएफ और प्रशासनिक टीम इलाके में सतत निगरानी रख रही है।

