व्याख्यान माला में छात्राओं ने हासिल किए शीर्ष स्थान
अविकल उत्तराखंड
ज्योतिर्मठ। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत के विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन हुआ।
प्राचार्य प्रो. प्रीति कुमारी ने पंत जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, राजनीति, समाज सुधार और हिंदी के उत्थान में पंत जी का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि सपनों की उड़ान भरते समय अपनी जड़ों से जुड़े रहें। प्रो. प्रीति ने कहा कि हमारे समय की राजनीति और समाज के लिए पंत का पंथ अत्यंत प्रासंगिक है।

छात्र-छात्राओं के बीच आयोजित व्याख्यान प्रतियोगिता में बी.ए. पंचम सेमेस्टर की छात्रा पूर्णिमा ने प्रथम स्थान, बीएससी पंचम सेमेस्टर की प्रियांशी भट्ट ने द्वितीय और बी.ए. प्रथम सेमेस्टर की प्रभा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉ. जी.के. सेमवाल, डॉ. राजेन्द्र सिंह और डॉ. पवन कुमार शामिल रहे।
प्राचार्य ने विजयी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि शासन की ओर से निर्धारित नकद पुरस्कार राशि देकर जल्द ही उनका सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. चरणसिंह केदारखंडी ने किया। इस अवसर पर डॉ. सत्यनारायण राव, डॉ. नंदन रावत, डॉ. किशोरी लाल, डॉ. धीरेंद्र सिंह, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया सहित महाविद्यालय परिवार के अनेक सदस्य मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य ने रसायन विज्ञान विभाग में नवनियुक्त फैकल्टी डॉ. कविता रावत का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।

