…चोर चोरी से जाय लेकिन हेरा फेरी से नहीं
बेरोजगार संघ की प्रेस वार्ता रविवार को
पुलिस और एसटीएफ ने किया नकल गिरोह का भंडाफोड़
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। ..चोर चोरी से जाय लेकिन हेराफेरी से नहीं.. यह कहावत भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड हाकम सिंह पर सटीक बैठ रही है। बहुचर्चित भर्ती घोटाले में लंबे समय तक जेल में रहे हाकम सिंह ने पुराना धंधा नहीं छोड़ा है। पुलिस में शनिवार को हाकम सिंह को फिर गिरफ्तार कर लिया। हाकम व उसके साथी को स्नातक परीक्षा की पूर्व संध्या पर गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि 21 सितंबर को स्नातक स्तरीय परीक्षा से पहले हाकम सिंह की गिरफ्तारी की गई।
उत्तराखंड के सख्त नकल विरोधी कानून के तहत उत्तराखण्ड पुलिस और एसटीएफ ने शनिवार को हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गौड़ को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों ने अभ्यर्थियों को धोखा देकर परीक्षा में पास कराने का प्रलोभन देकर 12 से 15 लाख रुपये की मांग की।
जांच में सामने आया कि यदि अभ्यर्थियों का चयन स्वतः हो जाता, तो पैसे अभियुक्त अपने पास रख लेते; और यदि चयन नहीं होता, तो अगले अवसरों में पैसे एडजस्ट करने के नाम पर अभ्यर्थियों को अपने झांसे में लेने की योजना बनाई गई थी।
परीक्षा की गोपनीयता और शुचिता पर कोई असर नहीं
21 सितंबर 2025 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा स्नातक स्तरीय पदों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के दौरान असामाजिक तत्व सक्रिय होने की सूचना पर पुलिस और एसटीएफ ने गोपनीय सर्विलांस किया।
इस दौरान हाकम सिंह (42 वर्ष) निवासी ग्राम निवाड़ी, उत्तरकाशी और पंकज गौड़ (32 वर्ष) निवासी ग्राम कंडारी, उत्तरकाशी को पटेल नगर क्षेत्र से हिरासत में लिया गया।

दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध कोतवाली पटेल नगर में “उत्तराखण्ड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023” के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि पूरे प्रकरण में परीक्षा की शुचिता और गोपनीयता पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ा है।
यह जानकारी एसएसपी अजय सिंह व एसटीएफ प्रमुख नवनीत भुल्लर ने संयुक्त रूप से दी।
प्रेस कांफ्रेन्स रविवार को
इधर, रविवार, 21 सितंबर को उत्तराखंड बेरोज़गार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल Otherwise में नकल माफिया की सेंधमारी को लेकर दोपहर 12:30 बजे उत्तरांचल प्रेस क्लब में महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित कर बड़ा खुलासा करेंगे।

