दून चिकित्सालय में एचबीओटी शुरू

उच्च दाब वाली ऑक्सीजन थेरेपी से मरीज को मिला लाभ

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। राजकीय दून चिकित्सालय में बुधवार को पहले रोगी की उच्च दाब ऑक्सीजन थेरेपी शुरू की गई ।
ऑटिजम से पीड़ित बच्चे की बाहर से स्टेम सेल थेरेपी चल रही है और उसको एच बी ओ टी भी प्रिस्क्राइब की गई है

बच्चे के माता पिता ने इस पर सरकार और दून चिकित्सालय का धन्यवाद किया । यह सुविधा एम्स ऋषिकेश के अलावा कहीं उपलब्ध नहीं है । म

एचबीओटी एक चिकित्सीय पद्धति है जिसमें मरीज को एक विशेष दबाव-युक्त (pressurised) चेम्बर में रखा जाता है और उसे सामान्य हवा की तुलना में बहुत अधिक ऑक्सीजन (आमतौर पर 100%) सांस के माध्यम से दी जाती है।
• दबाव सामान्य वायुमंडलीय दबाव (1 ATA) से अधिक होता है — लगभग 1.5–3.0 ATA तक।
• बढ़े हुए दबाव और ऑक्सीजन से खून और ऊतकों में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत बढ़ जाती है, जिससे शरीर के उन हिस्सों में भी ऑक्सीजन पहुंच पाती है जहां सामान्य स्थिति में कम पहुँचती है

सामान्य रूप से एचबीओटी कुछ विशेष रोगों में दी जाती है जैसे कि—
डीकम्प्रेशन सिकनेस (गोताखोरों में “बेंड्स”)
शरीर में नाइट्रोजन/गैस के बुलबुले हटाने में मदद

धमनी गैस एम्बोलिज़्म (Arterial Gas Embolism)
सर्जरी, ट्रॉमा या डाइविंग से बनी हवा की फाँस को हटाने में

कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता (CO poisoning) ± सायनाइड
CO से हुए ऑक्सीजन की कमी व मस्तिष्क क्षति को कम करने में

गैस गेंग्रीन (Gas Gangrene / Clostridial Myonecrosis)
एनारोबिक विषैले संक्रमण में सहायक

क्रश इंजरी / कम्पार्टमेंट सिंड्रोम / तीव्र आघातजन्य इस्कीमिया
ऊतक में रक्त प्रवाह सुधारने व बचाने में

प्रगतिशील मृतकोशिकीय मुलायम ऊतक संक्रमण (Necrotizing Soft Tissue Infection)
गंभीर संक्रमण में सहायक

समस्या वाले घाव (Problem Wounds, जैसे डायबिटिक फुट)
लम्बे समय से न भरने वाले घावों के भरने में सहायक

विलंबित विकिरण (रेडिएशन) क्षति (ऑस्टियोरेडियोनेक्रोसिस, सॉफ्ट-टिशू रेडियोनेक्रोसिस, विकिरणजन्य सिस्टाइटिस/प्रोक्टाइटिस)
रेडियोथेरेपी से क्षतिग्रस्त ऊतक में रक्तप्रवाह

समस्या वाले स्किन ग्राफ्ट / फ्लैप (Compromised skin grafts & flaps)
कम रक्तप्रवाह वाले ग्राफ्ट या फ्लैप को बचाने में

गंभीर बर्न (Acute Thermal Burns – चुने हुए मामलों में)
ऊतक को ऑक्सीजन व रक्तप्रवाह देकर नुकसान कम करने में

गंभीर रक्ताल्पता (Severe Anemia – जब रक्त चढ़ाना संभव न हो)

मस्तिष्क के अंदर पस का फोड़ा (Intracranial Abscess – चयनित मामलों में)
एंटीबायोटिक व सर्जरी के साथ सहायक

दीर्घकालिक/जिद्दी हड्डी का संक्रमण (Refractory Osteomyelitis)
डिब्राइडमेंट व एंटीबायोटिक के साथ

ज्ञातव्य है कि एक दिन पहले ही स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने एचबीओटी सुविधा का उद्घाटन किया था

डॉ अशोक कुमार hod पर्डियाट्रिक्स ने बताया कि एचबीओटी ऑटिजम का आम इलाज नहीं है और बिना प्रिस्क्रिप्शन के लेना नुकसानदेह हो सकता है

ऑटिजम बचपन में शुरू होने वाला सामाजिक/संचार कठिनाइयों और दोहराए जाने वाले व्यवहारों वाला विकार है
इसका मुख्य प्रबंधन जल्दी पहचान , व्यवहारिक/स्पीच/ऑक्युपेशनल थेरेपी तथा लक्षण-आधारित दवा से किया जाता है

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