दस दिन से लापता पत्रकार का शव जोशियाड़ा बैराज से बरामद

पत्नी ने कहा था, धमकियां मिल रही थी मेरे पति को

सीएम ने जांच के आदेश दिए

IIMC टीम ने कहा, संदिग्ध मौत की जांच हो

अविकल उत्तराखण्ड

उत्तरकाशी। युवा पत्रकार राजीव प्रताप का शव रविवार को  जोशियाड़ा बैराज की झील से बरामद हुआ। बीते दस दिन से लापता राजीव की मौत से परिजन और क्षेत्रवासी आक्रोश  में हैं।

सीएम धामी व  नई दिल्ली स्थित भारतीय जन संचार संस्थान से जुड़े छात्रों के संगठन  ने घटना पर गहरा दुख जताया है। राजीव ने चार साल पहले आईआईएमसी,नई दिल्ली से पत्रकारिता की पढ़ाई की थी।
मिली जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह करीब 10.40 बजे आपदा प्रबंधन विभाग को झील में शव दिखाई देने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस, एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीम ने शव को बाहर निकाला। परिजनों ने शव की पहचान राजीव प्रताप के रूप में की।
शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। राजीव प्रताप 18 सितंबर की रात करीब 11 बजे अचानक लापता हो गए थे। वे एक पुलिसकर्मी दोस्त की कार लेकर गंगोत्री की ओर निकले थे, लेकिन कार अगले दिन भागीरथी नदी में स्यूंणा गांव के पास खाली मिली।
परिजनों की तहरीर पर पहले गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया, बाद में इसे अपहरण की धाराओं में बदल दिया गया। पुलिस और एनडीआरएफ ने घटनास्थल व आसपास के इलाकों में दस दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन नतीजा नहीं मिला।

शव बरामद होने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि राजीव की मौत हादसा थी या किसी षड्यंत्र का नतीजा। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। राजीव की पत्नी ने पहले वीडियो में दावा किया था कि उत्तरकाशी जिला अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने के कारण उनके पति को धमकियां मिल रही थीं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ पत्रकार  राजीव प्रताप जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदनाएँ प्रकट करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने घटना की गहन एवं निष्पक्ष जाँच के भी निर्देश दिए हैं।
महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने भी वरिष्ठ पत्रकार श्री राजीव प्रताप जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और परिजनों के प्रति संवेदनाएँ प्रकट की हैं।

टीम IIMCAA ने  राजीव प्रताप (HJ, दिल्ली 2020-21) का उत्तराखंड में रहस्यमय परिस्थितियों में निधन पर दुख जताया। संस्थान से जुड़े रहे छात्रों  की ओर से जारी सूचना में जानकारी दी गयी कि राजीव एक डिजिटल न्यूज़ चैनल- दिल्ली उत्तराखंड LIVE चलाते थे। उनके परिवार को उनके लापता होने में किसी गड़बड़ी का संदेह था।
मुख्यमंत्री ने उनकी मृत्यु की गहन और निष्पक्ष जाँच के आदेश दिए हैं। लिहाजा, पुलिस इस मामले में पारदर्शिता के साथ आगे आएगी।

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