पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने कहा, आभार धामी जी ,फैसला प्रशंसनीय

हाकमों के हाकिमों को कभी न भूलने वाला सबक सिखाएंगे – धामी

पीड़ा को समझना मेरा दायित्व-सीएम

श्रेय लेने की होड़ में हंसी का पात्र भी बन रहे

आंदोलन से उपजे जनदबाव ने खोला सीबीआई जांच का रास्ता

बजे ढोल दमाऊ और पटाखे

अविकल उत्तराखंड

देहरादून। युवा आंदोलन की सीबीआई जांच सम्वन्धी मांग को हरी झंडी देने के बाद भाजपा ने स्वंय श्रेय लेने का ताना बाना बुन दिया।
ढोल दमाऊ और पटाखों के शोर के बीच पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम धामी का शुक्रिया जताया। और कहा कि सीएम धामी ने जनभावनाओं के अनुरूप लिए गए फैसले की प्रशंसा की जानी चाहिए। त्रिवेंद्र के अलावा पार्टी संगठन ने भी सीएम धामी के फैसले की सराहना की।

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सीबीआई जांच का स्वागत करते हुए कहा कि  सभी शंकाओं  निवारण हो जाएगा।

इधऱ, बेरोजगार युवाओं की मांग को मंजूरी देने के बाद सीएम धामी ने सोमवार की शाम एक  संदेश भी जारी किया।

उन्होंने कहा कि अलग राज्य का सपना हमारे शहीदों और आंदोलनकारियों ने इसलिए साकार किया था ताकि उत्तराखंड के हर बेटे-बेटी का जीवन बेहतर हो। आज जब हमारे कुछ बच्चे सड़कों पर हैं, तो मैं उन्हें यही कहना चाहता हूँ कि वे भी हमारे अपने हैं, हमारे परिवार का हिस्सा हैं।

शांति से आठ दिन चला आंदोलन

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का ‘मुख्य सेवक’ होने के नाते, हर आवाज़ को सुनना और हर पीड़ा को समझना मेरा दायित्व है। आंदोलन कर रहे युवा भी हमारे अपने हैं। इसलिए सरकार ने वर्ष 2023 में देश का सबसे पहला सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया। इसके बावजूद कुछ लोग कानून तोड़ते हैं। ऐसे हाकमो और उनके हाकिमों को इस बार ऐसा सबक सिखाया जाएगा, जिसे वे कभी भूल नहीं पाएंगे।

उन्होंने कहा कि छात्रों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि किसी के साथ भेदभाव या मनभेद की भावना सरकार के मन में कभी नहीं रही। “हम सब एक परिवार हैं और परिवार का उद्देश्य सभी सदस्यों का कल्याण होता है।”

मुख्यमंत्री ने सभी से संवाद और विश्वास की राह पर आगे बढ़ने का आग्रह किया और कहा कि हम सब मिलकर उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प” को पूर्ण करेंगे।

दूसरी ओर, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीबीआई जांच के फैसले पर सीएम धामी का आभार जताया। उन्होंने सोमवार की शाम कहा कि लोकतंत्र में जनभावनाओं का सम्मान होना चाहिए। हम लोग युवाओं के अभिभावक है। और सड़क पर उतरे युवाओं की मांगों को हल करना हमारा ध्येय है। युवाओं ने बेहतर ढंग से आंदोलन चलाया।

सीएम धामी की सीबीआई जांच के फैसले के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के आवास पर ढोल दमाऊ के साथ आतिशबाजी का नजारा देखने को मिला। इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत के आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा।

गौरतलब है कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने बेरोजगारों आंदोलन के दौरान पेपर लीक प्रकरण के सीबीआई जांच की मांग की थी।

आतिशबाजी

आठ दिन से जारी बेरोजगारों के आंदोलन के बाद राजनीतिक खेमो में श्रेय लेने की होड़ मच गई है। एक आध विवादस्पद व बदनाम चेहरे तो युवा आंदोलनकारियों  को श्रेय देने के बजाय खुद ही अपनी पीठ थपथपा कर हंसी का पात्र बन गए है। ऐसे लोग आंदोलन में कहीं नजर नहीं आये और अब यह साबित करने की कुचेष्टा में लगे हैं कि सीबीआई जांच की सिफारिश के पीछे उनका ही हाथ है। जबकि आंदोलन से उपजे चौतरफा दबाव ही सरकारी फैसले के मूल में रहा।

बेरोजगार संघ के नेताओं ने ऐसे झूठे व स्वार्थी तत्वों को सबक सिखाने की बात कही है। यही नहीं, सोशल मीडिया में श्रेय लेने की कोशिश में जुटे ऐसे तत्व खूब ट्रोल भी हो रहे हैं।

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