एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को मिला नया आयाम
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। आंचलिक विज्ञान केंद्र, विज्ञान धाम, झाझरा में आज मेरा युवा भारत (माय भारत) उत्तराखंड–देहरादून द्वारा आयोजित 17वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम युवा मामले एवं खेल मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के तहत देश के पांच राज्यों के आठ जनपदों से आए 200 प्रतिभागियों एवं 20 एस्कॉर्ट्स ने विज्ञान धाम का भ्रमण किया। इनमें छत्तीसगढ़ के सुकमा से 30, कांकेर से 20, दांतेवाड़ा से 50, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से 20, ओडिशा के कंधमाल से 20, झारखंड के वेस्ट सिंहभूम से 20 तथा मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से 20 प्रतिभागी शामिल रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय युवाओं के बीच आपसी समझ, संस्कृति, परंपरा और अनुभवों का आदान-प्रदान कर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को सशक्त बनाना है। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने आंचलिक विज्ञान केंद्र में विज्ञान के सिद्धांतों को खेल-खेल में समझने का आनंद लिया।
इस अवसर पर यूकास्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने युवाओं से वैज्ञानिक सोच विकसित करने और देश की प्रगति में योगदान देने का आह्वान किया। वहीं, आंचलिक विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने यूकास्ट द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी और छात्रों को विज्ञान के व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया।
आज के भ्रमण कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी के 165, राजकीय इंटर कॉलेज, सहारनपुर के 121 विद्यार्थियों व शिक्षकों सहित कुल 532 प्रतिभागियों ने विज्ञान केंद्र का भ्रमण किया।
माय भारत देहरादून की उपनिदेशक मोनिका नांदल ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा, प्रेम और उत्साह को नई दिशा दी है।
कार्यक्रम में जिला युवा अधिकारी टिहरी गढ़वाल आशीष पंत, सुभाष नेगी, ओम प्रकाश रावत, पंकज थपलियाल, सिद्धांत उनियाल, सौरभ चमोली, कैलाश आर्य, सुभाष, विकी व सुमन बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

