जनकल्याणकारी योजनाओं की दी जानकारी, 30 शिकायतें दर्ज
अविकल उत्तराखंड
पौड़ी। बीते रविवार को विकासखंड परिसर कल्जीखाल, जनपद पौड़ी गढ़वाल में NALSA द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में एक बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किया गया। न्याय आपके द्वार के तहत बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
विकासखंड कल्जीखाल मुख्यालय में आयोजित शिविर में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर केंद्र और राज्य सरकारों की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की गई।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पौड़ी की ओर से आयोजित इस शिविर में अनेक विभागों ने भाग लिया।
शिविर में मुख्य अतिथि सीजेएम शहजाद ए. वाहिद ने पोस्को अधिनियम के तहत महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता और उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दुराचार के मामलों में पीड़ितों को न्याय दिलाने के साथ मुआवजा दिए जाने का भी प्रावधान है।
सीनियर सिविल जज अमित भट्ट ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 39 (A) के तहत कोई भी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति धन के अभाव में न्याय से वंचित न रहे, इसके लिए राज्य स्तर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला स्तर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और तहसील स्तर पर तालुका विधिक सेवा समितियों द्वारा निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

मुख्य अतिथि सहित सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नाजिश कलीम ने विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया।
इसके बाद विकासखंड सभागार में बहुउद्देशीय शिविर का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया। इस दौरान इंटर कॉलेज कल्जीखाल और कांसखेत के छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
कांसखेत के छात्र-छात्राओं द्वारा बाल विवाह और नशे के प्रति जागरूकता पर आधारित नाटक भी प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि ने छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट प्रस्तुति पर प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किए।
शिविर में ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की कुल 30 शिकायतें प्राप्त हुईं। 04 दिव्यांग प्रमाणपत्र जारी किए गए और 09 दिव्यांगजनों को उपकरण वितरित किए गए। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा किमोली आंगनबाड़ी केंद्र अंतर्गत स्वाति को महालक्ष्मी किट दी गई।
विकासखंड कल्जीखाल की विभिन्न ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को मुकदमा मुक्त गांव के प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए।

सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और सिविल जज नाजिश कलीम ने गढ़वाली भाषा में संबोधित करते हुए जनता को केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यक्षेत्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जनता को जागरूक किया और शिविर को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसल कमल बामराड़ा, डिप्टी लीगल एड डिफेंस काउंसल महेश बलूनी, रिटेनर अधिवक्ता कुसुम नेगी, वन स्टॉप सेंटर की अधिवक्ता अमृता रावत, विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों में प्रमुख कल्जीखाल गीता देवी, ज्येष्ठ प्रमुख संजय पटवाल, जिला पंचायत सदस्य सविता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय डबराल, परिवहन कर अधिकारी विजय आर्य, खंड विकास अधिकारी चंद्र प्रकाश बलूनी, सहायक समाज कल्याण अधिकारी राहुल राणा, पीएलवी जगमोहन डांगी, सज्जन सिंह नेगी, भगवती प्रसाद, बबीता देवी, मनीष खुगशाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस काउंसल विनोद कुमार ने किया।

