परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा
अविकल उत्तराखण्ड
देहरादून। शहर के श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती 15 वर्षीय किशोर गौरव कुमार अपनी जान बचाने की लड़ाई लड़ रहा है।
10 दिसंबर को उसे हाई-वोल्टेज करंट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां संक्रमण बढ़ने के कारण डॉक्टरों को उसकी जान बचाने के लिए बेहद कठिन और दर्दनाक सर्जरी करनी पड़ी। डॉक्टरों ने मजबूरी में उसका लिंग, अंडकोष और हाथ की दो उंगलियाँ हटानी पड़ीं।
घटना के बाद से परिवार का हाल बेहाल है। गौरव की मां सदमे में हैं, अस्पताल के फर्श पर बैठकर अपने बच्चे की फाइलें पकड़े रो रही हैं। परिवार के पास आगे की ड्रेसिंग, दवाइयों या इलाज के लिए पैसे नहीं बचे हैं।
गौरव का परिवार अत्यंत गरीब है और पहले से ही दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा था। घर में एकमात्र कमाने वाला सदस्य उसका बड़ा भाई सौरभ कुमार है, जो अस्थायी सफाईकर्मी के रूप में बेहद कम आय पर काम करता है। स्थिति को और गंभीर बनाते हुए सौरभ इन दिनों पीलिया से पीड़ित है और काम पर भी नहीं जा पा रहा।
परिवार के पास न तो आयुष्मान कार्ड है, न कोई बचत, और न ही किसी प्रकार का बाहरी आर्थिक सहारा। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि गौरव को नियमित ड्रेसिंग, एंटीबायोटिक्स और लंबे समय तक मेडिकल सपोर्ट की जरूरत होगी, लेकिन परिवार के पास इलाज जारी रखने के लिए कोई साधन नहीं बचा।
परिवार ने लोगों से इस कठिन समय में मदद की अपील की है। किसी भी प्रकार की सहायता गौरव के जीवन को बचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
संपर्क:
📞 सौरभ कुमार (रोगी के बड़े भाई) – +91 7455-969253


