दुष्यंत गौतम ने साजिश करने वालों को दी चेतावनी

..कहीं साजिशकर्ता अपना ही तो नहीं

देखें वीडियो- प्रमाण लाएं,जांच के लिए तैयार हूं’-गौतम

दोषी पाया गया तो राजनीति से ले लूंगा संन्यास-दुष्यंत गौतम

गृह सचिव को पत्र लिख कार्रवाई की मांग

अविकल थपलियाल

देहरादून। चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड के कथित वीआईपी को लेकर वायरल हुए ऑडियो-वीडियो से आग भड़काने वालों के खिलाफ भाजपा ने भी मोर्चा खोल दिया है।

भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर-उर्मिला की मोबाइल वार्ता और फिर हुए झगड़े के बाद वॉयरल ऑडियो का भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम ने कड़ा संज्ञान लेते हुए गृह सचिव को कार्रवाई करने को कहा है।

इसके अलावा दुष्यंत गौतम ने एक वीडियो बयान जारी करते हुए इसे एक साजिश करार दिया। और तथ्यों की जांच की मांग भी की।
वीडियो बयान इन कहा कि वे बहुत दुखी होकर सामने आए हैं।
दुष्यंत गौतम ने कहा कि मेरे राजनैतिक एवं सामाजिक जीवन में ईमानदारी, निष्ठा और चरित्र ही मेरी पहचान रही हैं। आज मन की पीड़ा शब्दों के रूप में सामने आई है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी मेरी इस पीड़ा को समझते हुए, न्याय की इस लड़ाई में अन्याय के विरुद्ध मजबूती से मेरे साथ खड़े होंगे।

उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक प्रवृत्ति के लोग मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोग तथ्यों व प्रमाण सामने लाएं। जांच में दोषी पाया गया तो राजनीतिक व सामाजिक जीवन से संन्यास ले लूंगा।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उनके चरित्र हनन का प्रयास किया है उनके खिलाफ वो मानहानि का मुकदमा करेंगे। षड्यंत्र करने वालों को आगाह करते हुए कहा कि वे सभी स्थितियों के लिए तैयार रहें।
कहा कि,47 साल के राजनीतिक-सामाजिक जीवन में उन पर कोई आरोप नहीं लगे।

गृह सचिव को लिखे पत्र में गौतम ने कहा कि वे कई साल से राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय हैं। हाल ही में कुछ सोशल व मीडिया प्लेटफार्म में आपराधिक साजिश के तहत कृत्रिम ऑडियो वॉयरल किये गए। और उनकी मानहानि व चरित्र हनन का प्रयास किया।
उत्तराखंड भाजपा प्रभारी गौतम ने इंस्टाग्राम हैंडल ,यू ट्यूबर्स, विभिन्न फेसबुक आईडी और ट्वीटर हैंडलर्स की एक सूची भी गृह सचिव को सौंपी।

इस सूची में उर्मिला सनावर के सोशल मीडिया प्लेटफार्म के नाम शामिल हैं। लेकिन भाजपा से निष्कासित व पूर्व विधायक सुरेश राठौर का संज्ञान नहीं लिया गया। जबकि वॉयरल ऑडियो में भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने ही उर्मिला सनावर से अंकिता हत्याकांड से जुड़े गहरे ‘राज’ खोले हैं। और कथित वीआईपी के तौर पर भाजपा के दो बड़े नेताओं के नाम लिए।
हालांकि, बाद में राठौर ने हरिद्वार में प्रेस वार्ता कर साफ कह दिया कि ऑडियो AI से बनाया गया है। जबकि उर्मिला का दावा है कि ऑडियो में आवाज भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की है। और उन्होंने लैब रिपोर्ट में ऑडियो को ओरिजिनल बताया गया है।


बहरहाल, सितम्बर 2022 को हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड के कथित वीआईपी को लेकर भाजपा के अंदर साजिश का भी खेल चल रहा है।
पूर्व में ‘चिन्हित’ वीआईपी के बाद नए ‘वीआईपी’ के नाम की की एकाएक डुगडुगी पीटने के भी कई कारण गिनाए जा रहे हैं।
पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि इसी साल जून माह में सुरेश राठौर को भाजपा से निष्कासित किया गया था। यूसीसी लागू होने और राठौर की उर्मिला सनावर से दूसरी शादी की खबरें सार्वजनिक होने के बाद भाजपा की काफी किरकिरी हो रही थी। इसी किरकिरी से बचने के लिए पूर्व विधायक राठौर को बाहर का रास्ता दिखाया गया।
चर्चा यह भी है कि इस निष्कासन में प्रभारी दुष्यंत गौतम की अहम भूमिका से सुरेश राठौर नाराज चल रहे थे।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वॉयरल ऑडियो में राठौर और उर्मिला के बीच हुई बातचीत इसी साल नवंबर महीने के आसपास की बताई जा रही है। इसी ऑडियो में दुष्यंत गौतम सहित अन्य भाजपा नेताओं के नाम लिए गए हैं।

बहरहाल, कथित वीआईपी को लेकर भाजपा की अंदरूनी राजनीति भी सामने आने लगी है। गौतम ने किसी का नाम तो नहीं लिया। लेकिन यह डाफ कह दिया कि जिसने भी षड्यंत्र किया,वह किसी भी परिणाम के लिए तैयार रहें।

बहरहाल, कथित वीआईपी को लेकर भाजपा के अंदर जारी इस साजिश पर छाई धुंध भी कुछ कुछ साफ होती नजर आ रही है..

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