बद्रीनाथ उपचुनाव- भाकपा माले ने कांग्रेस के नेताओं को लिखा पत्र
जोशीमठ आपदा समेत अन्य मुद्दों पर कामरेड अतुल सती के संघर्ष की दिलायी याद
अविकल उत्तराखण्ड
जोशीमठ। कांग्रेस विधायक राजेन्द्र भंडारी के भाजपा में शामिल होने के बाद रिक्त बद्रीनाथ सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाकपा माले ने दावेदारी ठोकी है। भाकपा(माले) के राज्य सचिव इन्द्रेश मैखुरी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा, पूर्व सीएम हरीश रावत व पार्टी के गढ़वाल से लोकसभा प्रत्याशी गणेश गोदियाल को पत्र भेज कामरेड अतुल सती को प्रत्याशी बनाने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि इंडिया गठबन्धन के तहत भाकपा माले ने कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल का जमकर चुनाव प्रचार किया। उन्होंने कहा कि भाकपा माले से जुड़े अतुल सती ने जोशीमठ आपदा, घसियारियों से घास छीनने समेत कई ज्वलन्त मुद्दों पर जंग लड़ी।
मैखुरी ने कहा कि बद्रीनाथ विधानसभा के उपचुनाव के लिए इंडिया गठबंधन के तहत भाकपा (माले) की दावेदारी के संदर्भ में यह पत्र वामपंथी पार्टी भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कॉमरेड समर भंडारी और माकपा के राज्य सचिव कॉमरेड राजेंद्र सिंह नेगी को भी भेज कर इस सीट पर एकजुट हो कर वामपंथी दावेदारी को आगे बढ़ाने का आग्रह किया गया है।
देखें पत्र-
प्रति,
श्री करन माहरा,
प्रदेश अध्यक्ष,
भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस,
उत्तराखंड.
आदरणीय माहरा जी,
उत्तराखंड में हाल ही संपन्न लोकसभा के चुनाव में हम सबने इंडिया गठबंधन के तहत मिल कर पूरी एकजुटता के साथ चुनाव अभियान संचालित किया और देश के समक्ष मौजूद चुनौती का सामने करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता व दृढ़ निश्चय का परिचय दिया. यह प्रशंसनीय है। हमें भविष्य की राजनीतिक चुनौतियाँ का मुक़ाबला करने के लिए इस एकजुटता को कायम रखना चाहिए और हर परिस्थिति का सामने करने के लिए आपसी विश्वास, विचार-विमर्श और सहमति की प्रक्रिया को अपनाना चाहिए.
लोकसभा चुनाव के बाद बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव हमारे सामने है. यह उपचुनाव, एक तरह से सत्ताधारी भाजपा और अपने कारणों से भाजपा के झांसे में आने वाले निवर्तमान विधायक श्री राजेंद्र भंडारी इस विधानसभा क्षेत्र की जनता और राजनीतिक दलों पर थोप दिया है. इस तोड़फोड़ की राजनीति और अवसरवाद को मुंह तोड़ जवाब दिया जाना आवश्यक है.
महोदय, इसी बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र का एक प्रमुख हिस्सा जोशीमठ भी है. वही जोशीमठ जो बीते एक वर्ष से अधिक समय से निरंतर दरक रहा है, वहाँ की जनता विस्थापन, पुनर्वास और नगर की स्थिरीकरण के लिए लंबा आंदोलन चला चुकी है. लेकिन राज्य और केंद्र की सरकार द्वारा निरंतर ही जोशीमठ की उपेक्षा की जा रही है।
इस विधानसभा उपचुनाव को हमें अवसरवाद की राजनीति को परास्त करने और जोशीमठ की उपेक्षा के खिलाफ अभियान के तौर पर लड़ना चाहिए। आप जानते हैं कि हमारे साथी अतुल सती, जो भाकपा(माले) की राज्य कमेटी के सदस्य और गढ़वाल सचिव हैं, वे जोशीमठ के आंदोलन की निरंतर अगुवाई करते रहे हैं. जोशीमठ के मसले की तरफ न केवल राज्य के अंदर बल्कि देश और दुनिया के पैमाने पर भी लोगों का ध्यान आकृष्ट करने में यदि किसी व्यक्ति ने सर्वाधिक रूप से सक्रिय एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तो वो निर्विव्द रूप से कॉमरेड अतुल सती हैं।
विनाशकारी विकास के मॉडल के खिलाफ लड़ाई के पूरे हिमलायी क्षेत्र से लेकर देश-दुनिया तक वे एक बड़े चेहरे हैं. जोशीमठ के इलाके में उनके साथ समाज के कमजोर तबकों, छात्र-युवाओं, मजदूर-किसानों की उनके साथ भाकपा(माले) में अच्छी गोलबंदी है। हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में इंडिया गठबंधन समर्थित कॉंग्रेस प्रत्याशी श्री गणेश गोदियाल के प्रचार अभियान को जोशीमठ क्षेत्र और बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र में संचालित करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जोशीमठ के मसले से पहले, हेलंग में घसियारियों से पुलिस और सीआईएसएफ़ द्वारा घास छीने जाने के मसले को राज्यव्यापी आंदोलन में तब्दील करने के पीछे भी सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका कॉमरेड अतुल सती की ही थी. राजनीतिक सक्रियता और जनता से जुड़े मसलों पर हस्तक्षेप करने के मामलों में तो उत्तराखंड के पैमाने पर उनकी उल्लेखनीय भूमिका है और जोशीमठ के क्षेत्र में इस मामले में वे हर पार्टी के राजनीतिक नेताओं-कार्यकर्ताओं पर इक्कीस ही ठहरते हैं।
इसलिए यह निवेदन है कि इस इलाके में वर्तमान समय में जन संघर्षों और जनपक्षधरता के सबसे बड़े चेहरे कॉमरेड अतुल सती को इंडिया गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनाव में उम्मीद्वार बनाया जाये. उम्मीद है कि आप इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करेंगे।
Total Hits/users- 30,52,000
TOTAL PAGEVIEWS- 79,15,245