तसले में गर्म कोयले… हाथ में चिमटा और रिमझिम मौसम में भुट्टे का स्वाद
अविकल थपलियाल
खटीमा। रिमझिम बरसात और नींबू नमक से सने भुट्टे का स्वाद। फुहार भरे मौसम का यही तकाजा है। और कुछ कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला भी।
पंचायत चुनाव में वोट डालने और मतदान सम्पन्न होने के बाद सीएम धामी का काफिला जब भारामल दर्शन के बाद पीलीभीत रोड से गुजर रहा था, तो वाहनों ने अचानक ब्रेक लगाए।
मुख्यमंत्री सड़क किनारे भुट्टा भून रहे महातम की ठेली पर रुके।काफिला देख महातम भी चौंक गया। उसके लिए यह सब किसी सपने से कम नहीं था।

तसले में कोयले दहक रहे थे। सीएम धामी ने चिमटा हाथ में लिया और भूनने लगे भुट्टे। काफिले में मौजूद लोग और भुट्टे की दुकान का मालिक पूरे नजारे को देखते रहे।
एक भुट्टा भूना । नींबू और नमक लगाया। और पास में खड़ी एक वृद्ध महिला को थमा दिया। वृद्ध महिला का हालचाल भी जाना। इसके बाद उन्होंने खुद भी भुट्टे का स्वाद लिया।
भुने भुट्टे के दाने निकालते हुए बोले,स्थानीय श्रमिक और छोटे व्यापारी हमारी असली ताकत हैं। प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का सार भी यही है कि हम अपने स्थानीय उत्पादों को अपनाएं और उन्हें प्रोत्साहित करें।

बरसाती भुट्टे का स्वाद लेने के बाद सीएम धामी का काफिला अपनी मंजिल की ओर निकल गया। भुट्टा मालिक और वृद्ध महिला काफिले को आंखों से ओझल होने तक देखते रहे..काफिले से उड़े हवा के झोंके से तसले में जलते कोयले की उड़ती चिंगारी हवा में घुलने लगी…

