देहरादून। लंबे समय से कैंसर से बीमार चल रहे गंगोत्री विधायक गोपाल रावत का गुरुवार को सांय 4 बजे निधन हो गया। पिछले दिनों 62 वर्षीय भाजपा विधायक गोपाल रावत का मुंबई में इलाज चला था। उसके बाद वे देहरादून के गोविंद अस्पताल में भर्ती हुए थे। 17 अप्रैल को सीएम तीरथ रावत ने भी उनका हालचाल लिया था। गुरुवार को उनका देहांत हो गया। सीएम तीरथ रावत ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया। 18 अप्रैल को भाजपा के वरिष्ठ नेता बची सिंह रावत का निधन हुआ था।

वह अपने पीछे पत्नी, पुत्र और दो पुत्रियों का भरापुरा परिवार छोड़ गए।
गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने भी रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

भारतीय जनता पार्टी से गंगोत्री के विधायक गोपाल सिंह रावत के आकस्मिक निधन पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने गहरा शोक व्यक्त किया है।विधानसभा अध्यक्ष ने गंगोत्री विधायक के निधन को उत्तराखंड के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज हमने राजनीति एवं समाज की सेवा में अग्रणी रहने वाले एक धरोहर को खो दिया है। गंगोत्री विधानसभा सीट से दो बार के विधायक एवं व्यक्तित्व के धनी गोपाल सिंह रावत की निधन की खबर सुनकर शोक स्तब्ध हूँ।उन्होंने कहा कि उनकी गणना हमेशा सक्रिय रहने वाले विधायकों में थी। वह वंचित वर्गों की आवाज़ मुखर करने वाले तथा अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए सतत संघर्षरत रहने वाले जनसेवक थे।
अग्रवाल ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है तथा शोक संतप्त परिवारजनों को इस दु:ख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की है।
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