आपदा राहत- ऋषिगंगा कैचमेंट की झील से पानी की निकासी हो रही

टनल पॉइंट पर प्रदर्शन जारी

166 लापता, 38 शव मिले

पूर्व सीएम हरीश व प्रीतम मिले सीएम त्रिवेंद्र से। आपदा पर दिए सुझाव

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि झील से सावधान रहने की जरूरत हूं घबराने की नहीं। उन्होंने कहा कि झील इलाके में तकनीकी लोगों को ड्राप कर पता लगाया जाएगा कि स्थिति क्या है। उधर, रेस्क्यू अभियान शुक्रवार को भी मंजिल तक नहीं पहुंचा। टनल की खुदाई भो मंजिल तक नही पहुंची। इससे नाराज लोगों ने प्रदर्शन भी किया। मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों ने दो युवकों को जबरन वाहन में बैठा कर बाहर ले गए। तपोवन साइट पर सुरक्षा बलों की दहशत से परिजन काफी डरे हुए दिखायी दिए। पूर्व सीएम हरुष रावत व प्रीतम सिंह ने सीएम से भेंट कर राहत कार्यों में तेजी लाने को कहा।

इधर,ऋषिगंगा में आपदा के बाबत राहत की खबर यह है कि झील से पानी की निकासी हो रही है। नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था ने बताया कि तपोवन के पास रैनी गाँव के ऊपर बनी झील के पास एसडीआरएफ की टीम पहुंच गयी है। झील है, परन्तु उससे पानी डिस्चार्ज हो रहा है। झील की लंबाई लगभग 350 मीटर प्रतीत हो रही है। एसडीआरएफ की टीम के वापस आने पर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।

नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखण्ड पुलिस ने बताया कि चमोली में आयी प्राकृतिक आपदा में स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, एफएसएल रेस्क्यू, खोज, बचाव राहत एवं डीएनए सैम्पलिंग के कार्यों में लगी हुई है।

प्राकृतिक आपदा में लापता कुल 204 लोगों में से 38 (चमोली- 30, रूद्रप्रयाग- 06, पौड़ी गढ़वाल- 01, टिहरी गढ़वाल- 01) के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये जा चुके हैं, जिनमें से 11 लोगों की शिनाख्त हो गई है और 27 लोगों की शिनाख्त नहीं हो पायी है। लापता समस्त लोगों के सम्बन्ध में अब तक कोतवाली जोशीमठ में 10 एफआईआर पंजीकृत की जा चुकी है। इसके साथ ही जनपद चमोली के विभिन्न स्थानों से ही 18 मानव अंग भी बरामद किये गये हैं।

बरामद सभी शवों एवं मानव अंगों का डीएनए सैम्पलिंग और संरक्षण के सभी मानदंडों का पालन कर सीएचसी जोशीमठ, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर एवं सीएचसी कर्णप्रयाग में शिनाख्त हेतु रखा गया था। शवों को नियमानुसार डिस्पोजल हेतु गठित कमेटी द्वारा अभी तक 23 शवों एवं 10 मानव अंगों का पूरे धार्मिक रीति रिवाजों एवं सम्मान के साथ दाह संस्कार करा दिया गया है।

श्री नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखण्ड पुलिस की देखरेख में उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय में एक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका नम्बर 0135-2712685 एवं मोबाइल नम्बर 9411112985 है। आपदा में लापता हुए लोगों की सूची एवं बरामद हुए शवों की पहचान हेतु अन्य राज्यों की पुलिस से भी लगातार पत्राचार किया गया है। शवों से मिले आभूषण, टैटू एवं अन्य पहचान चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर उन्हें सुरक्षित रखा जा रहा है। जनपद चमोली में स्थापित कन्ट्रोल रूम का नम्बर 01372-251487 एवं मोबाइल नम्बर 9084127503 है।

देवेन्द्र सिंह नेगी, निरीक्षक, अभिसूचना को अभिसूचना मुख्यालय से पुलिस महानिदेशक महोदय के जन सम्पर्क अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया है।

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