हिमाचल में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत
भूख पर व्यापार नहीं करने देंगे, किसानों की लड़ाई हर हाल में जारी रहेगी
पावंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश)। पावंटा साहिब के हरीपुर टोहना में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कि इस देश में तीन किसान कानून किसानों के विरोध और औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए बने।

बिल आने से पहले गोदाम बन गए थे। एमएसपी न देकर किसानों की फसलों को लूटने का यह टेंडर लाया गया है। इसका मतलब व्यापारी की पहुंच प्रधानमंत्री कार्यालय तक हो चुकी है। इस देश में किसी पार्टी का नहीं व्यापारी का राज है। अगर यह भाजपा की सरकार होती तो ये बात करते लेकिन ये सरकार व्यापारियों के हाथ में है। इसलिए ये भूख पर कब्जा कर उसका व्यापार कर रहे हैं।
बहुराष्ट्रीय फूड चेन वाली कंपनियां अपना बचा हुआ खाना किसी जरूरतमंद को देने के बजाय उसको कूड़े में डालकर नष्ट करती है। यह भूख को रोक कर भोजन पर कब्जे की तैयारी है। यह हम नहीं होने देंगे। रोटी को तिजोरी की वस्तु नहीं बनने देंगे।
किसानों की लड़ाई के साथ अब आम उपभोक्ता की लड़ाई लड़नी होगी। हिमाचल के सेब व अन्य फलों पर अडानी और व्यपारियों का कब्जा है। जो मनमाने भाव पर बेचता है, इससे किसानों के साथ आम जनता को भी नुकसान हो रहा है।

इस देश में सरकार नहीं सरकार के नाम पर लुटेरे हैं इनको भगाना पड़ेगा। क्योंकि 26 से अधिक सरकारी उपक्रमों को बेचने का काम इन्होंने शुरू कर दिया है। जिसको देश सौंपा था उसने देश ही बेच दिया। आज रेलवे, एयरपोर्ट, सरकारी कंपनियों को बेच रहे हैं।
गुजरात में पुलिस की खौफ का शासन है। ऐसा हाल पूरे देश में नहीं देखा।
हिमाचल के किसानों से उन्होंने आह्वान किया कि अपने प्रदेश में भी आंदोलन चलाना होगा और दिल्ली पर भी नजर रखनी होगी। बेरीकेड्स तोड़ने की जरूरत पड़ेगी।
थ्री टी का फार्मूले पर उन्होंने कहा कि जवान सीमा पर टैंक चलाएगा, किसान खेत में ट्रैक्टर चलाएगा और युवा साथी ट्वीटर चलाएगा।

हिमाचल और उत्तराखंड के किसानों की साझी समस्या और साझी है उनको साथ आकर काम करना होगा। आंदोलन में अधिक से अधिक भागीदारी करनी होगी।
टिकैत ने कहा कि यहां 600 करोड़ रुपये की फसल हर साल जंगली जानवर नष्ट कर देते हैं इसके लिए पहाड़ी राज्यों के लिए नई नीति बनानी होगी। उन्होंन विलेज टूरिज्म लागू करने की वकालत की।
इस मौके पर जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि दिल्ली में धरने पर बैठे किसान आंदोलन को और मजबूत करने के लिए हर परिवार से सहयोग मांगा और शपथ दिलाई कि हर परिवार से दिल्ली आंदोलन में भागीदारी करेंगे।
इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा के गुरुनाम सिंह चढूनी, मांगे राम त्यागी, चरनजीत सिंह आदि लोग मौजूद थे।
अन्य खास खबरें, plss clik
एक्सक्लूसिव- चंबा-टिहरी फलपट्टी- पूर्व डीएम ने वन मंत्रालय को ठेंगा दिखा लीज बढ़ायी

