राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने लिया फुटपाथ पर नमकीन-बिस्कुट बेचकर गुजारा करने वाली दिव्यांग शूटर मामले में स्वतः संज्ञान
अविकल उत्त्तराखण्ड
देहरादून। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने नमकीन-बिस्कुट बेचकर अपना गुजारा कर रहीं भारत की प्रथम दिव्यांग महिला निशानेबाज सुश्री दिलराज कौर मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून को अविलम्ब कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को मीडिया के माध्यम से पता चला कि सुश्री कौर सरकार से किसी भी प्रकार का सहयोग न मिलने के कारण आर्थिक कठिनाइयों से गुजर रही हैं। प्राधिकरण के सदस्य सचिव राजीव कुमार खुल्बे के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून की सचिव नेहा कुशवाहा ने सुश्री कौर से दूरभाष पर वार्ता की।
सुश्री कौर ने बताया कि वह पहली पैरालिम्पिक शूटर हैं। उन्होंने भारत के लिए कई राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय पैरालिम्पिक शूटर प्रतियोगिताआंे में 26 गोल्ड, 8 रजत और 3 कांस्य पदक जीते हैं। यहीं नहीं विभिन्न पैरा, राष्ट्रीय व शूटिंग वल्र्ड कप में टेक्निकल अफसर के रूप में भी कार्य किया है। साथ ही बार एसोसियेशन देहरादून में बतौर अधिवक्ता पंजीकृत हैं। इसके बावजूद आज तक उन्हें प्रदेश सरकार ने न तो कोई सम्मान दिया और न ही किसी प्रकार से आर्थिक सहायता। उन्हें कोरोना काल में फुटपाथ पर नमकीन-बिस्कुट बेचकर अपना गुजर-बसर करना पड़ रहा है।
सचिव नेहा कुशवाहा ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पराविधिक कार्यकर्ता जहांगीर आॅलम को सुश्री कौर के घर जाकर उनकी सहायता करने के आदेश दिए। सचिव नेहा कुशवाह ने सुश्री कौर के बारे में उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र भेजकर पूरी जानकारी दी।
उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव राजीव कुमार खुल्बे जल्द ही इस संबंध में सरकार से वार्ता कर सुश्री कौर को उचित सहायता दिलवाएंग। सचिव नेहा कुशवाह ने भी सुश्री कौर को अवगत कराया कि यदि भविष्य में उसे किसी भी प्रकार की कोई विधिक सहायता की आवश्यकता हो तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में सम्पर्क कर सकती हंै।
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