योगी-त्रिवेंद्र ने किया डिजिटल लाइब्रेरी का शुभारम्भ, टिहरी की 125 घोषणाएं पूरी,38 असिस्टेंट प्रो. की होगी नियुक्ति

अजमेर शरीफ को भेजी सदभावना चादर

गर्भवती को एयर एम्बुलेंस से एम्स पहुंचाया

अविकल उत्त्तराखण्ड

देहरादून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने महायोगी गुरू गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी यमकेश्वर (पौड़ी) में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी का डिजिटल माध्यम से शुभारम्भ किया। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपने सी.एस.आर. फण्ड से इस डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की है।

इस अवसर पर डिजिटल माध्यम से अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनपद पौड़ी के इस दूरस्थ क्षेत्र में महायोगी गुरू गोरखनाथ की स्मृति में स्थापित इस महाविद्यालय का राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राजकीयकरण कर इस क्षेत्र के छात्रों को उच्च शिक्षा की बड़ी सौगात दी है। यह मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र की शिक्षा के विकास के साथ ही राज्य के समग्र विकास की सोच को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी महाविद्यालय के छात्रों के साथ ही क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के छात्रों के लिये भी उपयोगी होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विद्यालय के शिक्षकगण इस विद्यालय में शिक्षा का अनुकूल वातावरण का सृजन कर छात्रों को राज्य व केन्द्र स्तर पर होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी इस लाइब्रेरी को उपयोगी बनाने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा कि आज का युग तकनीकि का युग है, एक क्लिक पर तमाम दुनिया की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले चार वर्षों में उत्तराखण्ड में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। केदारनाथ एवं बदरीनाथ में किये गये आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विकास को उन्होंने चार माह पूर्व इन स्थानों में जाकर देखा है। 2013 की आपदा के बाद आध्यात्मिक आस्था के ये केन्द्र नये स्वरूप में देश व दुनिया के सामने है। यह विकास के नये दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी में भी उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड सरकार ने जनता की बेहतर सेवा की है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उनकी विकासपरक सोच का परिणाम है कि उत्तराखण्ड में रेल व सडकों का तेजी से निर्माण हो रहा है। देश में आधुनिक संचार प्रणाली का तेजी से विकास हुआ है। सरकारी योजनाओं का धन सीधे लाभर्थियों के खाते में जमा हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में बेहतर प्रबंधन को ही परिणाम रहा कि जहां 33 करोड़ आबादी वाले अमेरिका जैसे साधन सम्पन्न देश में इस बीमारी से 5 लाख लोगों की मौत हुई वहीं 24 करोड़ आबादी वाले उत्तर प्रदेश में हुई मौत की संख्या को हम 8500 तक रोकने में सफल रहे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि महायोगी गुरू गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय का क्षेत्र की शिक्षा लिये बड़ा महत्व है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में दूरस्थ क्षेत्र के छात्रों के लिये यह विद्यालय बहुत ही उपयोगी रहा है। महाविद्यालय के विकास में स्व. आनन्द सिंह रावत का सराहनीय योगदान रहा है। इस विद्यालय को उच्च शिक्षा का केन्द्र बनाने के लिये वे प्रयासरत रहे। क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा के प्रति वे सदैव चिंतित रहते थे। उस महाविद्यालय में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना होने से इस दूरस्थ क्षेत्र में तकनीकि क्षेत्रों में हो रहे सुधारों का लाभ छात्रों को मिलेगा। इससे छात्रों को अच्छी डिजिटल लाइब्रेरी उपलब्ध होगी। इससे वे आधुनिक संचार तकनीकि का बेहतर उपयोग कर पायेंगे तथा देश व दुनिया से जुड़ कर उनकी सोच में भी सकारात्मक परिवर्तन आ सकेगा।

इस अवसर पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी श्री राजकिरन राय ने कहा कि यूनियन बैंक द्वारा सीएसआर के तहत शिक्षा के साथ ही समाज हित के विभिन्न कार्यक्रमों में भागीदारी निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में तकनीकि शिक्षा के प्रसार में स्थापित की जा रही डिजिटल लाइब्रेरी छात्रों के लिये उपयोगी होगी। उन्होंने बैंक से सम्बन्धित कार्यकलापों की भी जानकारी दी। महायोगी गुरू गोरखनाथ महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एम. पी. मधवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय में 230 छात्र अध्ययनरत है, जिसमें 7 विषयों की पढ़ाई हो रही है। उच्च शिक्षा के आधुनिकीकरण की दिशा में महाविद्यालय में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी का उन्होंने छात्रों के व्यापक हित में बताया। यह लाइब्रेरी तकनीकि शिक्षा उपलब्ध कराने में प्रेरणा का भी कार्य करेगी। यूनियन बैंक के एफजीएम श्री राजीव मिश्रा ने आभार व्यक्त किया।

*मुख्यमंत्री ने की जनपद टिहरी की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के लिये की गई सीएम घोषणाओं की समीक्षा।
*विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के दिये निर्देश।
*निर्माण योजनाओं की डीपीआर तैयार करने में तकनीकि दक्षता का रखा जाय ध्यान।
*योजनाओं का समग्रता से अध्ययन कर तैयार की जाय डीपीआर।
*योजनाये निर्धारित समय में हो पूरी इसके लिए किये जाय समेकित प्रयास।
*जनपद की कुल 204 में से 125 घोषणायें हुई पूर्ण, शेष पर कार्य है गतिमान।



शुक्रवार को मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद टिहरी की विभिन्न विधानसभाओं के लिये की गई मुख्यमंत्री की घोषणाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल, विधायक श्री शक्तिलाल शाह, श्री विनोद कण्डारी, श्री विजय सिंह पंवार तथा श्री धन सिंह नेगी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों के निर्माण में तेजी लायी जाय तथा निर्माण योजनाओं की डीपीआर तैयार करने में तकनीकि दक्षता का भी ध्यान रखा। योजनाओं का समग्रता से अध्ययन करने के पश्चात डीपीआर तैयार करने के साथ ही योजनाये निर्धारित समय में पूर्ण हो इसके लिए समेकित प्रयास किये जाय।
नरेन्द्र नगर विधान सभा क्षेत्र के लिये मुख्यमंत्री द्वारा की गई 36 घोषणाओं में 19 पूर्ण हो चुकी है, जबकि शेष की कार्यवाही गतिमान है। मुख्यमंत्री ने मुनि की रेती में वाहन पार्किंग के लिये पार्किंग के निर्माण हेतु पर्यटन विभाग को निर्देश दिये हैं।
घनसाली विधानसभा क्षेत्र के लिये की गई कुल 32 घोषणाओं में से 23 पूर्ण हो चुकी है जबकि शेष पर कार्य गतिमान है। प्रतापनगर विधानसभा के लिये की गई 32 घोषणाओं में से 16 पूर्ण हो गयी है, जबकि शेष में कार्य गतिमान है। टिहरी विधानसभा क्षेत्र की 34 घोषणाओं में से 21 पूर्ण हो चुकी है शेष पर कार्य गतिमान है। देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के लिये कुल 29 घोषणाओं में 19 पूर्ण हो चुकी है जबकि धनोल्टी विधानसभा के लिये 41 घोषणाओं में से 27 पूर्ण हो चुकी है तथा शेष में कार्य गतिमान है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव श्री आनन्द वर्द्धन, श्री आर0के0सुधांशु, सचिव श्री दिलीप जावलकर के साथ ही विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

38 असिस्टेंट प्रोफेसर की होगी नियुक्ति

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में अर्थशास्त्र के 38 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की सहमति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में स्थिति महाविद्यालयों में इन असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति से छात्रों को बेहतर शिक्षा उपलबध हो सकेगी। इस सम्बन्ध में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों में फैकल्टी की पूरी व्यवस्था रहे इसके प्रयास किये जा रहे हैं।

इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए अपर सचिव उच्च शिक्षा  मदन मोहन सेमवाल ने बताया कि नियमित चयन के बाद चयनित इन 38 असिस्टेंट प्रोफेसरों की तैनाती राज्य के दुर्गम क्षेत्रों के राजकीय महाविद्यालयों में की गई है। उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्र के असिस्टेंट प्राफेसरों की नियुक्ति से महाविद्यालयों के छात्रों को शिक्षा की बेहतर व्यवस्था होगी।

गर्भवती को एयर एम्बुलेंस से एम्स पहुंचाया

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर जनपद टिहरी गढ़वाल के ग्राम मौली गांव निवासी श्रीमती मेहाजबी कुरेशी को उपचार हेतु एयर एम्बूलेंस द्वारा एम्स ऋषिकेश लाकर भर्ती कर दिया गया है।
श्रीमती मेहाजबी कुरेशी जो कि 07 माह की गर्भवती महिला है तथा उनको चिकित्सक द्वारा सुरक्षित प्रसव हेतु एम्स ऋषिकेश रैफर किये जाने की सलाह दी थी। उनके द्वारा सड़क मार्ग से ऋषिकेश जाने में खतरा होने के दृष्टिगत एम्स ऋषिकेश तक पहुंचाने हेतु एयर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराये जाने का जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल द्वारा भी मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया था। जिसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री द्वारा तुरन्त प्रदान कर उन्हें एम्स में भर्ती करा दिया गया है।

अजमेर शरीफ को भेजी सदभावना चादर

मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि भारत मे आदि काल से सूफी, संतों व ऋषियों ने मानवता के कल्याण के लिए अपने जीवन को समर्पित कर वसुधैव कुटुम्बकम के संदेश को पूरे विश्व में फैलाया है।  शुक्रवार को सचिवालय में सूफी संत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ के अजमेर में चल रहे 809 वे वार्षिक उर्स के अवसर पर सद्भावना चादर भेजते हुए मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा की प्रदेश में शांति, विकास तथा प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा की कामना के साथ गत वर्षों की भांति सद्भावना चादर अजमेर भेजी जा रही है।

     मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के सबका साथ,सबका विकास तथा सबका विश्वास के अनुसार उत्तराखंड में गत 4 वर्षों में सभी वर्गों व समुदायों के कल्याण के लिए योजनाओं को लागू किया गया तथा भविष्य में भी ये जारी रहेंगी।यह चादर लेकर दरगाह पीरान कलियर उर्स कमेटी के संयोजक व शायर अफ़ज़ल मंगलोरी व अन्य सदस्य अजमेर जाएंगे जो 22 फरवरी को दरगाह ख़्वाजा साहब में पेश की जाएगी।
     इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ नरेंद्र सिंह, ओ एस डी धीरेंद्र पवार , पिरान कलियर से मनेजर मो हारून,सदस्य इरशाद खान व समीर खान आदि मौजूद रहे।

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