परिजनों ने की मुकदमा दर्ज करने की मांग
देहरादून। दिल्ली से देहरादून आ रही एक प्राइवेट बस में सफर कर रही महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना 30 मार्च को सहस्रधारा क्रॉसिंग के पास हुई, जब तेज रफ्तार से चल रही बस में संतुलन बिगडऩे के कारण महिला ऊपरी बर्थ से गिर गई। परिजनों का आरोप है कि चालक और परिचालक ने गंभीर चोट लगने के बावजूद बस नहीं रोकी, जिससे घायल महिला को समय पर इलाज नहीं मिल सका।
जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी होती हे प्राइवेट लिमिटेड की बस जो कश्मीरी गेट, दिल्ली से 29 मार्च की रात 11.50 बजे रवाना हुई थी, 30 मार्च को सुबह 5.03 बजे देहरादून पहुंची।
बस के मालिक सुधीर और चालक पुनीत राघव बताए जा रहे हैं। पीडि़त अवधेश शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी कल्पना शर्मा और पुत्र इस बस में सफर कर रहे थे।
सहस्रधारा क्रॉसिंग पर उतरने के दौरान तेज गति और लापरवाही से चलाई जा रही बस के कारण उनकी पत्नी ऊपरी बर्थ से गिर गई, जिससे उनके नाक और सिर पर गहरी चोटें आईं। परिजनों का आरोप है कि चालक और परिचालक ने महिला को गंभीर रूप से घायल अवस्था में देखने के बावजूद बस नहीं रोकी।
घटना के बाद बस सहस्रधारा हेलीपैड से आगे रॉकी नामक स्थान पर रुकी, जहां न तो कोई घर था, न ही अस्पताल और न ही बस में फस्र्ट एड बॉक्स मौजूद था। करीब एक घंटे तक घायल महिला दर्द से कराहती रही और खून बहता रहा। बाद में पुत्र ने किसी तरह अस्पताल पहुंचाकर इलाज कराया, जहां महिला के सिर पर टांके लगाए गए, सीटी स्कैन, खून की जांच और एक्स-रे सहित विभिन्न चिकित्सकीय परीक्षण किए गए।
पीडि़त परिवार ने थाना रायपुर, देहरादून में बस मालिक और चालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की मांग की है, लेकिन अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
संयुक्त नागरिक संगठन के सचिव ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रशासन से जल्द कार्रवाई करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

