छात्रों को मिला डिफेंस मेडिकल सर्विस से जुड़ने की प्रेरणा
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज (जीडीएमसी), देहरादून ने सैन्य अस्पताल, देहरादून के सहयोग से सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (Armed Forces Medical Services – AFMS) में करियर संभावनाओं को लेकर एक जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य छात्रों को AFMS में उपलब्ध विभिन्न कैरियर विकल्पों से अवगत कराना था।
कार्यक्रम का नेतृत्व ब्रिगेडियर परीक्षित सिंह, कमांडेंट, सैन्य अस्पताल देहरादून, और उनकी विशेषज्ञ टीम ने किया। कॉलेज परिसर में आयोजित इस सत्र में सशस्त्र बलों में चिकित्सा पेशेवरों की भूमिका, चयन प्रक्रिया, सेवा जीवन की चुनौतियाँ एवं अनुशासन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
छात्रों ने इस संवादात्मक सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लिया और सैन्य चिकित्सा सेवा में करियर बनाने की संभावनाओं को लेकर गहन रुचि दिखाई।
कार्यक्रम में जीडीएमसी की प्रिंसिपल एवं डीन प्रो. डॉ. गीता जैन, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.एस. बिष्ट तथा उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एन.एस. बिष्ट सहित वरिष्ठ संकाय सदस्य उपस्थित रहे और पूरे कार्यक्रम में मार्गदर्शन प्रदान किया।
इस आयोजन का समन्वयन डॉ. (मेजर) गौरव मुखीजा ने किया, जिन्होंने डॉ. आर.पी. खंडूरी के साथ मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रो. डॉ. गीता जैन ने अपने संबोधन में कहा, “सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा न केवल सम्मानजनक करियर विकल्प है, बल्कि यह राष्ट्र सेवा का अवसर भी प्रदान करता है। ऐसे कार्यक्रम छात्रों की दृष्टिकोण को विस्तार देते हैं और उन्हें नए अवसरों की खोज के लिए प्रेरित करते हैं।”
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज भविष्य में भी ऐसे प्रेरणादायक मंचों का आयोजन करता रहेगा, जिससे छात्र न केवल अपने पेशेवर भविष्य को बेहतर दिशा में ले जा सकें, बल्कि देशसेवा जैसे गौरवशाली रास्ते को भी अपनाने के लिए प्रोत्साहित हों।

