कांग्रेस ने सिर्फ बयानों में पूछा, अंकिता भंडारी हत्याकांड का ‘गट्टू’ कौन?
ऑडियो-वीडियो का धमाका, कब सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस ?
अविकल थपलियाल
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर एक बार फिर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। सोशल मीडिया में सामने आए नए दावों और ‘गट्टू’ नाम के उल्लेख के बाद इस मामले में कथित वीआईपी की भूमिका को लेकर सवाल दोबारा उठ खड़े हुए हैं।
भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर, उनकी दूसरी पत्नी अभिनेत्री उर्मिला सनावर और जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ से जुड़े ऑडियो, वीडियो और फेसबुक लाइव ने प्रदेश को हिला कर रख दिया है।
उत्तराखण्ड ही नहीं दिल्ली तक राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर अंकिता भंडारी मर्डर केस के ‘वीआईपी’ को लेकर गम्भीर बहस छिड़ गयी है।
यह पूरा मसला राठौर-उर्मिला और आरती गौड़ के बीच जारी झगड़े की परिणति माना जा रहा है। उर्मिला ने आरती गौड़, पूर्व विधायक राठौर के साथ भाजपा के नेताओं को कठघरे में खड़ा करते हुए अंकिता को न्याय दिलाने की जंग छेड़ दी है।
इस संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस बयानबाजी तक सीमित नजर आ रही है। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में गणेश गोदियाल ने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। लेकिन फिलहाल उनकी तरफ से कोई बड़ी रणनीति का खुलासा नहीं हुआ है। 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के राजनीतिक कदम का बेसब्री से इंतजार हो रहा है।
बहरहाल, कांग्रेस नेताओं ने सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, ताकि अब तक सामने न आ पाए तथ्यों का खुलासा हो सके और पीड़िता को पूर्ण न्याय मिल सके।
एसआईटी गठित कर उर्मिला सनोहर से हो गहन पूछताछ : सूर्यकांत धस्माना
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ सदस्य एवं उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में शामिल कथित वीवीआईपी की पहचान उजागर करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की दूसरी पत्नी बताने वाली उर्मिला सनोहर से गहन पूछताछ कर सच्चाई सामने लाई जानी चाहिए।
कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए धस्माना ने कहा कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना यह हत्याकांड आज भी अधूरा है। ट्रायल कोर्ट द्वारा कुछ दोषियों को सजा दिए जाने के बावजूद उस गुमनाम किरदार का आज तक पता नहीं चल पाया है, जिसे अंकिता ने अपनी चैट में ‘वीवीआईपी’ बताया था।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में वायरल दावों के अनुसार उर्मिला सनोहर ने उस व्यक्ति को ‘गट्टू’ उपनाम से संबोधित किया है और यह भी दावा किया है कि उसे सुरेश राठौर जानते हैं। ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि वह तत्काल एसआईटी गठित कर इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराए।
धस्माना ने आरोप लगाया कि अंकिता भंडारी का परिवार, प्रदेश की जनता और कांग्रेस शुरू से यह कहती आई है कि हत्याकांड के पीछे एक प्रभावशाली व्यक्ति शामिल है, जिसे सत्ताधारी दल का संरक्षण मिला। पूरे ट्रायल के दौरान भी यह आशंका बनी रही कि असली गुनहगार सामने नहीं आने दिया गया।
भाजपा सरकार की चुप्पी गंभीर, निष्पक्ष जांच से ही सामने आएगा सच : गरिमा
उत्तराखंड कांग्रेस की नेत्री गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े नए खुलासों ने भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
उन्होंने कहा कि उर्मिला सनोहर द्वारा लगाए गए आरोपों और ‘गट्टू’ के उल्लेख से यह स्पष्ट होता है कि इस जघन्य हत्याकांड से जुड़े कई अहम सच अब तक सामने नहीं आने दिए गए।
गरिमा ने कहा कि भाजपा सरकार शुरू से ही रसूखदारों और सत्ता से जुड़े लोगों को बचाने का प्रयास करती रही है।
अब जब स्वयं पूर्व विधायक के परिवार से गंभीर आरोप सामने आ रहे हैं, तब सरकार की चुप्पी बेहद चिंताजनक है।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार वास्तव में अंकिता भंडारी को पूरा न्याय दिलाने के प्रति ईमानदार है? क्या सत्ता से जुड़े लोगों के खिलाफ निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराने का साहस भाजपा सरकार में है? ‘गट्टू’ जैसे नाम आखिर किन सच्चाइयों की ओर इशारा कर रहे हैं?
गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि हत्याकांड से जुड़े सभी पहलुओं की निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच कराई जाए, ताकि किसी भी दोषी को राजनीतिक संरक्षण न मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सच्चाई जानना चाहती है और कांग्रेस इस मुद्दे पर सड़क से सदन तक संघर्ष जारी रखेगी।

