एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस स्वास्थ्य जगत के लिए गंभीर चुनौती

विश्व एंटीबायोटिक जागरूकता सप्ताह’ पर ई-पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन

अविकल उत्तराखंड

डोईवाला। हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (हिम्स) जौलीग्रांट में विश्व एंटीबॉयोटिक जागरूकता सप्ताह पर ई-पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपने रचनात्मक तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दर्शाते हुए ई-पोस्टर प्रस्तुत किए।

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के लैक्चर थियेटर में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दर्शाया। पोस्टर प्रस्तुतियों का मूल्यांकन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश महेश्वरी, डॉ. रेशमा कौशिक, डॉ. दुष्यंत सिंह गौर, डॉ. सोहेब अहमद; डॉ. तरुणा शर्मा, डॉ. अनिल रावत, डॉ. राखी खंडूरी ने किया। निर्णायक मंडल की और से टीम जे को प्रथम, टीम डी को द्वितीय व टीम बी तृतीय घोषित किया गया। मुख्य अतिथि एवं हिम्स की प्रिंसिपल डॉ. रेनू धस्माना ने विजेता टीम के सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किए।

उन्होंने अपने संबोधन में विश्व एंटीबॉयोटिक जागरूकता सप्ताह के महत्व पर प्रकाश डाला और एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस को आज स्वास्थ्य जगत की एक गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे भविष्य में भी इस दिशा में जागरूकता और रोकथाम संबंधी गतिविधियों में सक्रिय योगदान दें। उन्होंने विशेष रूप से यह बात दोहराई कि बिना चिकित्सक की सलाह के किसी भी प्रकार की एंटीबायोटिक दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। उन्होंने छात्रों से स्वयं जागरूक होने के साथ-साथ दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करने पर जोर दिया। इस अवसर पर डॉ. आरती कोटवाल, डॉ. गरिमा मित्तल, डॉ. राजेंद्र सिंह, डॉ. नुपुर कौल, डॉ. पियूष कुमार राय, डॉ. अर्पणा सिंह उपस्थित रहे।

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