अविकल उत्तराखंड
देहरादून। ग्राफिक एरा में देश के 20 संस्थानों और विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं आयुष मंत्रालय से जुड़ी चुनौतियों का तकनीकी समाधान खोजने में जुट गए हैं। इसके लिए 36 घंटे की स्मार्ट इंडिया हैकाथान का आयोजन किया गया है।
स्मार्ट इंडिया हैकाथान में प्रतिभागी टीमें ‘अयुरसूत्र’ पंचकर्मा प्रबंधन, क्लाउड प्रैक्टिस मैनेजमेंट, नमस्ते–आईसीडी एपीआई एकीकरण और जड़ी-बूटियों की ब्लॉकचेन पर काम कर रही हैं। हैकाथान में वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, अदानी यूनिवर्सिटी, लोकमान्य तिलक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल कॉलेज समेत देशभर के 20 प्रतिष्ठित संस्थानों और विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राए भाग ले रहे हैं। इसके लिए सभी टीमें अपना विषय लेकर बैठ गई हैं। 36 घंटे कड़ी मेहनत कर खोजे गए समाधानों के आधार पर विजेता घोषित किए जाएंगे।
हैकाथान में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ. राकेश शर्मा ने कहा कि युवा नवाचार की सबसे बड़ी शक्ति हैं और उनकी तकनीकी रचनात्मकता भारत के भविष्य को आकार दे सकती है। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे उद्देश्यपूर्ण नवाचार करें और ऐसे समाधान विकसित करें जो समाज और देश की वास्तविक आवश्यकताओं को पूरा कर सके।
कुलपति डॉ. नरपिंदर सिंह ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथान नवाचार और समस्या-समाधान की संस्कृति को मजबूत करता है। यह मंच छात्रों को वास्तविक चुनौतियों पर काम करने, उभरती तकनीकों को अपनाने और राष्ट्र के डिजिटल विकास में सार्थक योगदान देने के लिए सक्षम बनाता है।
एआईसीटीई के असिस्टेंट डायरेक्टर अखिलेश कुमार ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथान मात्र प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आंदोलन है जो छात्रों में क्रिटिकल थिंकिंग, समस्या समाधान क्षमता और डिज़ाइन-ड्रिवन इनोवेशन को बढ़ावा देता है। ऐसे प्लेटफ़ॉर्म युवाओं को वास्तविक समस्याओं से जोड़कर तकनीक आधारित समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित करते हैं। एआईसीटीई के चेयरमेन प्रोफेसर टी जी सीथाराम और वाइस चेयरमैन डॉ अभय जेरे ने ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया।
स्मार्ट इंडिया हैकाथान का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और एआईसीटीई ने संयुक्त रूप से किया। हैकाथान में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अमित आर भट्ट, श्री सागर हरिरमानी, नोडल ऑफिसर डॉ बृजेश प्रसाद समेत अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं छात्र-छात्र शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन विधि काप्रूवान ने किया।

