साहनी आत्महत्या के बाद गुप्ता बंधु हुए थे गिरफ्तार
…बाबा साहनी की आत्महत्या का दोषी कौन ?
अविकल उत्तराखंड
देहरादून में चर्चित बिल्डर बाबा साहनी की आत्महत्या प्रकरण में एसआईटी ने अपनी फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी है। रिपोर्ट में गुप्ता बंधुओं पर लगे सभी आरोप निराधार पाए गए हैं। न्यायालय में दी गई रिपोर्ट के बाद गुप्ता बंधु पूरी तरह बरी हो गए हैं।
दून के प्रसिद्ध बिल्डर संदीप उर्फ बाबा साहनी की आत्महत्या से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामले में एसआईटी ने गुप्ता बंधुओं को क्लीन चिट दे दी है।
पुलिस द्वारा अदालत में दायर फाइनल रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि अजय गुप्ता व अनिल पर लगाए गए सभी आरोप तथ्यहीन तथा मनगढ़ंत थे।
मामला 24 मई को दर्ज हुआ था, जिसमें साहनी ने कथित तौर पर धमकी और ब्लैकमेलिंग जैसे आरोप लगाए थे। जांच के दौरान पुलिस को इन आरोपों के समर्थन में कोई सशक्त प्रमाण नहीं मिला। हाई कोर्ट के निर्देश पर यह फाइनल रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत की गई।
इससे पहले साहनी ने 16 मई 2024 को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके दो दिन बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जांच में यह स्पष्ट हुआ कि आरोप बेबुनियाद थे और तथ्यात्मक आधार पर किसी भी प्रकार का अपराध सिद्ध नहीं हुआ। एसआईटी की फाइनल रिपोर्ट के बाद पूरा प्रकरण न्यायालय में निष्पादित माना जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- हाई-प्रोफाइल आत्महत्या मामले में गुप्ता बंधुओं को एसआईटी की क्लीन चिट
- कोर्ट में दाखिल फाइनल रिपोर्ट में सभी आरोप झूठे बताए गए
- साहनी ने आत्महत्या से पहले उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए ज्ञापन दिया था
- एसआईटी जांच में किसी भी आरोप का प्रमाण नहीं मिला
- जांच रिपोर्ट से मामला लगभग समाप्ति की ओर

