पीएम बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार रोकने के लिए हस्तक्षेप करें-हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विजय दिवस पर सेना की गौरवगाथा को किया सैल्यूट
अविकल उत्तराखंड
देहरादून। विजय दिवस पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 1971 का विजय दिवस देश के इतिहास व भारतीय उपमहाद्वीप का भूगोल बदलने वाला इतिहास रहा है।
पूर्व सीएम ने कहा कि आज बांग्लादेश में जिस प्रकार से हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहे हैं, उस पर प्रधानमंत्री व केन्द्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए । और अर्न्तराष्ट्रीय सम्बन्धों व कूटनीति का भी प्रयोग करना चाहिए।
उन्होने कहा, पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की हिंसा से हमारे उत्तर पूर्व राज्यों के साथ-साथ देश की सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है। कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठायेगी हम उनके साथ खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन भारतीय प्रधान मंत्री इन्दिरा गाँधी त्वरित व दृढ़ निर्णय व जनरल मानेक शा , जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा सहित हमारे सेना के अदम्य साहस व शौर्य का दिवस है । पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था । यह गौरवशाली गाथा इतिहास मे स्वर्ण अक्शरों मे लिखी जायेगी। उन्होने कहा कि अमेरिका के सातवें बेड़े को भेजने की धमकी के आगे भी इन्दिरा गांधी अडिग रही।
इस अवसर पर कामरेड़ समर भण्डारी, एस एन सचान,सोहन सिंह रजवार, जगदीश कुकरेती, जगमोहन मेहन्दीरत्ता, अवधेश पंत, पुरुषोत्तम भटट्, राकेश ड़ोभाल, नवनीत गुसाई, विरेन्द्र पोखरियाल, राजकुमार जायसवाल, पूर्व प्रधान रितेश क्षेत्री, प्रभात डंडरियाल, सत्य प्रकाश चौहान, सुशील राठी, विनित नागपाल, पूर्व सैनिक महेन्द्र थापा, राजेश रावत, रश्मि, अंकिता, प्रीति, आशा, अमरकली मौजूद रहे।
कार्यक्रम मे जनगीत गायक सतीश धौलाखंण्ड़ी ने जनगीतों प्रस्तुत किये।
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